मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (निफ्टी) के ज्वाइंट डायरेक्टर बसंत कोठारी पर छात्राओं और संस्थान की प्रिंसिपल ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. यह मामला राज्य महिला आयोग के पास पहुंच चुका है. मामले की सुनवाई 11 दिसंबर को होगी.
कोठारी के खिलाफ शिकायत करने वाली छात्राओं और प्रोफेसर का आरोप है कि कोठारी उन्हें अपने चैंबर में बुलाते और अकेला पाकर उनसे अश्लील बातें कर उन्हें छूने की कोशिश करते थे. शुरुआत में उनकी हरकतों को नजरअंदाज किया गया मगर उनकी हरकतें बंद नहीं हुईं.
पीड़ितों का कहना है कि उन्होंने संस्थान के तत्कालीन निदेशक (डायरेक्टर) एम. पी. निगम से शिकायत की मगर उन्होंने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उन्हें ही चुप रहने को कहा. बाद में शिकायत दिल्ली कार्यालय में की गई, लेकिन वहां से भी पीड़ितों को निराशा हाथ लगी.
हर तरफ से निराश होने पर पीड़ितों ने राज्य महिला आयोग से शिकायत की. महिला आयोग ने मामले पर अक्टूबर में नोटिस जारी किया. नोटिस जारी होते ही प्रतिनियुक्ति पर आए निदेशक निगम को मूल विभाग में वापस भेज दिया गया वहीं कोठारी का जोधपुर तबादला कर दिया गया.
संस्थान के निदेशक (डायरेक्टर) यू. एस. टोलिया ने शिकायत की पुष्टि करते हुए कहा कि मामले की जांच चल रही है. लैंगिक उत्पीड़न अधिनियम 2013 के तहत बनी समिति मामले की जांच कर रही है. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष उपमा राय ने बुधवार को बताया कि उन तक शिकायत आई है और इस मामले पर 11 दिसंबर को सुनवाई होगी.
राज्य में अपने अधीनस्थ से छेड़छाड़ या यौन उत्पीड़न मामले में एक हफ्ते में आई यह तीसरी शिकायत है. इससे पहले मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सह सचिव अल्पेश शाह पर एक महिला खिलाड़ी ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. इसके अलावा ग्वालियर के रक्षा अनुसंधान एवं विकास स्थापना के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रभात गर्ग एक शोधार्थी के साथ छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार किए जा चुके हैं.