मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ (Former Chief Minister Kamal Nath) ने ओमिक्रॉन (Omicron) को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि विदेश से इंदौर आए एक हजार लोगों में 26 कोरोना संक्रमित पाए गए थे. इनमें 8 मामले ओमिक्रॉन के सामने आए. इनमें से छह ठीक होकर घर जा चुके हैं, जबकि दो अस्पताल में भर्ती हैं. कमल नाथ ने कहा कि यह जानकारी सरकार ने क्यों छिपाई. उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि अभी और कितने ऐसे मामले हैं, जिनकी रिपोर्ट आनी है.
पूर्व सीएम कमल नाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ये बेहद गंभीर मामला है. अभी तक प्रदेश में ओमिक्रॉन के केस आने की आशंका ही व्यक्त की जा रही थी. सावधानी बरतने की बात की जा रही थी. अब आज 8 ओमिक्रॉन संक्रमितों की पुष्टि होने के बाद तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं.
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि सरकार बताए कि इतनी गंभीर बात को अभी तक छिपाया क्यों गया. इन आठ मरीज़ों के सैंपल टेस्ट के लिए कब भेजे गए थे. इनकी टेस्ट रिपोर्ट कब सामने आई, इनमें ओमिक्रॉन की पुष्टि कब हुई? सरकार ने अभी तक इसका खुलासा क्यों नहीं किया ?
'हजारों लोगों के स्वास्थ्य के साथ किया खिलवाड़'
पूर्व सीएम कमल नाथ ने कहा कि कल ख़ुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह इंदौर में विभिन्न भीड़ भरे कार्यक्रमों में शामिल हुए, जहां कोरोना गाइडलाइन का जमकर मजाक उड़ता रहा. उन्होंने कहा कि जब इंदौर में ओमिक्रॉन के 8 मरीज सामने आ चुके थे तो फिर शिवराज सिंह चौहान ने अपने इंदौर के इन आयोजनों को निरस्त करते हुए इन कार्यक्रमों को वर्चुअल तरीके से क्यों नहीं किया. क्यों उन्होंने हजारों लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया?
'खुद जिम्मेदार ही उड़ा रहे नियमों का मजाक'
कमल नाथ ने कहा कि इस खुलासे के बाद यह बात सामने आ चुकी है कि मध्य प्रदेश में ओमिक्रॉन दस्तक दे चुका है. उसके बाद भी ख़ुद ज़िम्मेदारों के सरकारी भीड़ भरे आयोजन जारी हैं. कमल नाथ ने कहा कि जनता से तो तमाम नियमों के पालन की अपील की जा रही है और ख़ुद जिम्मेदार ही नियमों का रोज़ मजाक उड़ा रहे हैं. उन्होंने पूछा कि सरकार बताए कि अभी तक क्या-क्या कदम उठाए गए हैं ?
कमल नाथ ने पूछा: अभी और कितनों की रिपोर्ट आना वाकी है
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमल नाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री को तो कल इंदौर जाकर ओमिक्रॉन की प्रदेश में दस्तक को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करनी थी. इलाज, बेड, अस्पताल, ऑक्सीजन, जीवनरक्षक दवाइयों की उपलब्धता की समीक्षा करनी थी, लेकिन वे समीक्षा छोड़ ख़ुद ही भीड़ भरे आयोजन करते रहे. कमल नाथ ने सवाल किया कि सरकार बताए कि मध्य प्रदेश के और किन-किन शहरों में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हो चुकी है. अभी और कितने मरीजों के सैंपल लैब में टेस्ट के लिए भेजे गए हैं. विदेशों से कुल कितने लोग आए हैं. कितनों की अभी तक सर्चिंग हो चुकी है और कितनों की जांच अभी तक की जा चुकी है. कितनों की रिपोर्ट आना अभी बाक़ी है?