गुरुवार को ओपी कोहली ने मध्य प्रदेश के 26वें राज्यपाल के रूप में शपथ ले ली. कोहली गुजरात के राज्यपाल हैं और मध्य प्रदेश का कार्यवाहक राज्यपाल बनाया गया है. भोपाल में गुरुवार दोपहर साढ़े बारह बजे हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस राजेंद्र मेनन ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.
शपथ ग्रहण के दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा सभी कैबिनेट मंत्री और विधायक भी मौजूद थे. इससे पहले एमपी के राज्यपाल रामनरेश यादव का कार्यकाल 7 सितंबर को समाप्त हुआ था. कोहली को एक लेखक और शिक्षाविद के तौर पर जाने जाते हैं. कोहली ने जुलाई 2014 को गुजरात के राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी. ओपी कोहली 1994 से 2000 तक राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं. आपातकाल के दौरान ओपी कोहली मीसाबंदी भी रह चुके हैं.
इससे पहले कोहली 7 सितंबर को भी भोपाल पहुंच गए थे. रामनरेश यादव और ओपी कोहली का आमना-सामना भी नहीं हो पाया, क्योंकि ओपी कोहली का राजकीय विमान एयर एंबुलेंस जाने के बाद ही स्टेट हैंगर पहुंचा. स्टेट हैंगर पर एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान में अपनी पत्नी साधना सिंह समेत कोहली की अगुवाई की. स्टेट हैंगर पर इस दौरान कैबिनेट मंत्री और विधायक तो थे ही, इसके साथ ही डीजीपी भी मौजूद थे.
पूर्व राज्यपाल रामनरेश यादव का कार्यकाल विवादों में घिरा रहा. उनका नाम एमपी के व्यापम घोटाले में भी सामने आया था. हालांकि संवैधानिक पद पर रहते हुए उनके नाम को हटाने का आदेश हाईकोर्ट ने जारी कर दिया था. वहीं कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से जब नए राज्यपाल के साथ तालमेल के बारे में पूछा गया तो उन्होंने पत्रकारों को जवाब दिया कि सीएम ऑफिस और राजभवन में तालमेल बना रहेगा.