मध्य प्रदेश में मरीजों को वक्त पर एंबुलेंस ना मिलने के मामले में एक और मामला जुड़ गया है. ताजा मामला बैतूल का है, जहां एंबुलेंस ना मिलने के कारण मरीज को ठेले पर अस्पताल ले जाना पड़ा.
बैतूल के शाहपुर में दर्द से तड़पते एक वृद्ध को अस्पताल पहुंचाने के लिए 108 से लेकर 100 डायल तक की मदद नहीं मिली तो हारकर वृद्ध को एक हाथ ठेले में लादकर हॉस्पिटल पहुंचाना पड़ा. गनी खान शाहपुर के स्टाफ क्वार्टर में अपनी वृद्ध पत्नी के साथ रह रहा है. रविवार को बुखार, उल्टी-दस्त और कमर दर्द की शिकायत के बाद उसने लोगो से मदद मांगी तो वृद्ध को हॉस्पिटल पहुंचाने के लिए कोई साधन नही मिला. 108 एंबुलेंस तीन दिन से खराब थी तो वहीं जननी वाहन उपलब्ध नहीं था. डायल 100 से भी जब मदद नही मिली तो हारकर एक हाथ ठेले पर उसे अस्पताल पहुंचाना पड़ा, जहां उन्हें मेडिकल वार्ड में भर्ती किया गया है.
वैसे तो राज्य में मरीजो के लिए अस्पतालों में एंबुलेंस के साथ अब 108 एंबुलेंस भी है पर जरूरत के समय ना तो एंबुलेंस पहुंची और ना ही 108 एंबुलेंस. अब इस पूरे मामले के सामने आने के बाद बैतूल के सीएमएचओ डॉ प्रदीप मोजेश ने मामले की जांच कराने की बात की है. उनका कहना है की 108 एंबुलेंस का संचालन भोपाल से होता है. मामले में जिसकी भी गलती होगी उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.