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एंबुलेंस नहीं मिली तो 20 किमी तक साइकिल पर ले गया शव

गोरे सिंह गौड़ अपनी सास को शव उसके गांव अमिलिहा ले जाने के लिए आसपास वाहन या टैक्ट्रर का इंतजार करता रहा, लेकिन कहीं से कोई वाहन या अन्य साधन ना मिलने पर उसने खुद साइकिल से अपनी सास का शव ले जाने का फैसला किया.

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शव को साइकिल से पहुंचाया गांव
शव को साइकिल से पहुंचाया गांव

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मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में एक वृद्ध महिला की मौत होने के बाद शव को साइकिल पर बांधकर 20 किलोमीटर तक ले जाने का एक मामला सामने आया है. दरअसल शहडोल जिले के कटहरी गांव में 70 साल की महिला रामबाई गौड़ की अपनी बेटी के घर में मौत हो गई.

साइकिल पर बांधा शव
दामाद गोरे सिंह गौड़ अपनी सास को शव उसके गांव अमिलिहा ले जाने के लिए आसपास वाहन या टैक्ट्रर का इंतजार करता रहा, लेकिन कहीं से कोई वाहन या अन्य साधन ना मिलने पर उसने खुद साइकिल से अपनी सास का शव ले जाने का फैसला किया. दोपहर तीन बजे साइकिल से दामाद गोरे सिंह रामबाई गोड़ का शव बांधकर चला और रात लगभग 8.30 बजे 20 किमी दूर गांव अमिलिहा पहुंचा.

किसी ने नहीं की मदद
दामाद गोरे सिंह के साथ उसकी पत्नी फूल बाई और परिवार के तीन लड़के थे, जो बारी-बारी से साइकिल चलाकर रामबाई के शव को लेकर उसके गांव अमिलिहा लाए, जहां शनिवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया. इस घटना का सबसे दुखद पहलू ये है कि सरकार तो दूर इस शख्स के घर के आसपास या गांव में रहने वाले किसी ने भी मदद नहीं की.

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