व्यापम घोटाले में आरोपी और मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव के बेटे शैलेश यादव की मौत की गुत्थी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से उलझ गई है क्योंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत की वजह का पता नहीं चल पाया है. जिसे स्वाभाविक मौत बताया जा रहा था अब उसमें संदेह के बीज पड़ गए हैं. ऐसे में विसरा को फॉरेंसिंक जांच के लिए भेजा गया है. शैलेश व्यापम घोटाले में आरोपी थे.
चूंकि, ये केस हाईप्रोफाइल है, लिहाजा लखनऊ के फोरेंसिक साइंस लैब से सात दिन के भीतर रिपोर्ट मांगी गई है. पुलिस फिलहाल इसे अस्वाभाविक मौत मानकर चल रही है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शैलेश यादव की मौत की वजह का खुलासा ना होने से अटकलें तेज हो गई हैं. मध्य प्रदेश कांग्रेस ने तो इसकी सीबीआई जांच की मांग कर दी है.
बुधवार को लखनऊ में रामनरेश यादव के सरकारी आवास पर संदिग्ध हालात में शैलेश का शव मिला था. 52 साल के शैलेश डायबिटीज और ब्लडप्रेशर के मरीज थे. पहले ये बताया गया कि शैलेश बीमार थे और उनकी मौत ब्रेन हेम्रेज से हुई है, लेकिन अब उनकी मिस्ट्री के रूप में सामने आई है.