मध्य प्रदेश के मुख्यंमत्री शिवराज सिंह चौहान के भोपाल स्थित घर के पास एक टॉवर पर चढ़ी एक महिला और उसे नीचे उतारने के लिए टॉवर पर चढ़े 2 पुलिसकर्मी टॉवर से नीचे गिर गए.
दरअसल, अपना मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर उषा आशा कार्यकर्ता पिछले 24 घण्टों से भोपाल के पॉलीटेक्निक चौराहे पर डटी हुई थीं और बुधवार दोपहर इनमे से एक महिला वर्कर चौराहे के बीचोबीच बने टावर पर चढ़ गई.
थोड़ी देर बाद इस महिला को नीचे उतारने के लिए एक महिला और एक पुरूष पुलिसकर्मी टॉवर पर चढ़े लेकिन जब वो इस महिला को नीचे उतारने ही वाले थे कि महिला का संतुलन बिगड़ गया और वो नीचे गिरने लगी और उसे बचाने के चक्कर में टॉवर पर चढ़े दोनों पुलिसकर्मी भी नीचे आ गिरे. ऊंचाई से गिरते ही तीनों बेहोश हो गए. इसके बाद तीनों को ही नजदीकी अस्पताल ले जाया गया.
नीचे गिरते ही मची अफरातफरी
प्रदर्शन कर रही महिला और पुलिसकर्मियों के नीचे गिरते ही वहां अफरातफरी मच गई. अपनी साथी को यूं गिरता देख वहां मौजूद अन्य आशा कार्यकर्ता गुस्सा हो गयीं और उन्होंने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों के साथ हाथपाई भी की, जिसके बाद पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
कांग्रेस का शिवराज पर हमला
आशा कार्यकर्ता के टॉवर से गिर कर घायल होने के मामले में कांग्रेस ने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर हमला किया है. कांग्रेस प्रवक्ता शोभा ओझा ने आरोप लगाया कि ''शिवराज खुद को मामा कहते हैं, महिलाओं का भाई कहते हैं लेकिन उनके पास घर के पास प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं से मिलने का वक़्त नही था जिसके कारण महिला कार्यकर्ता टॉवर पर चढ़ी और दुर्घटना का शिकार हो गयी."