कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में हिंदू औऱ हिंदुत्ववादी को लेकर बयान दिया था. अब इस पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने पलटवार किया है. इंदौर पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दो संस्कृतियों पर हमेशा दुनिया मे विचार विमर्श होता रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हमेशा हाथ कटवाने वाली मुगल संस्कृति से डरते रहे हैं.
प्रह्लाद पटेल ने कहा कि दो संस्कृतियों में एक वो जिन्होंने महल बनाए सुंदर, कुछ धार्मिक स्थल बनाए लेकिन बनाने वालों के (मुगलों ने) हाथ काट दिए. दूसरे वो जिन्होंने कभी सुंदर महल या इमारतें गढ़ीं, उनका अभिनन्दन किया गया, उनके श्रम को सम्मान दिया गया. ये भी एक संस्कृति का हिस्सा है.
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने राहुल गांधी के हिंदुत्ववादी के गंगा में अकेले स्नान करने वाले बयान पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि वाराणसी में जिन लोगों ने काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर बनाया, उसके सम्मान में देश का प्रधानमंत्री उनके साथ कभी खाना भी खाएगा, ये बात राहुल गांधी को कभी भी समझ नहीं आएगी. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी हमेशा हाथ कटवाने वाली संस्कृति से डरते रहे हैं.
'पिछड़ों को आग में न झोंके कांग्रेस'
वहीं ओबीसी आरक्षण पर कमलनाथ के भाजपा पर किए गए हमले का जवाब देते हुए प्रह्लाद पटेल ने कहा कि ये गलती खुद कमलनाथ की है. इसके लिए या तो उन्हें सर्वोच्च न्यायालय को विश्वास में लेना चाहिए या सदन को विश्वास में लेना था, उसके बगैर जो कदम उन्होंने जो कदम उठाए वह दुर्भाग्यपूर्ण हैं. उसकी पूरी जिम्मेदारी कमलनाथ और उनकी सरकार की थी. हालांकि मैं इस विवाद में नहीं पड़ना चाहता हूं, मैं चाहता हूं कि सर्वोच्च कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस पिछड़ों को आग में झोंकने का काम ना करे तो ज़्यादा अच्छा होगा.