मध्य प्रदेश समेत हिंदुस्तान के कई हिस्सों में भीषण बारिश और बाढ़ के चलते हालात बेहद बदतर हो गए हैं. नदियां और नाले ऊफान पर हैं और कई गांव जमीनी रास्ते से कट गए हैं. इन गांवों के लोगों को आवाजाही में खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. इस बीच मध्य प्रदेश के रतलाम से डरावनी तस्वीर सामने आई है.
रतलाम के एक गांव के लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर रस्सी के सहारे 50 फुट चौड़ा नाला पार करके आवाजाही कर रहे हैं. इतना ही नहीं, गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचने के लिए मजबूरन रस्सी के सहारे नाले को पार करना पड़ रहा है.
ग्रामीणों ने नाला पार करने के लिए दोनों ओर पेड़ों पर दो रस्सी बांध रखी है. अगर कोई गांव से आवाजाही करता है, तो इन्हीं रस्सी के सहारे करता है. यह बेहद जोखिम भरा है. तेज हवा का झोंका या फिर थोड़ी सी भी चूक जान ले सकती है. इसके अलावा मध्य प्रदेश के सीहोर में भी हालत बेहद खराब हो गए हैं और सीवन नदी में उफान से मुसीबत बढ़ी गई है.
वहीं, बारिश के कारण गुजरात और महाराष्ट्र के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित जिलों में गुजरात के नवसारी, वलसाड, डांग, जुनागढ, गीर सोमनाथ, अमरेली, भावनगर और महाराष्ट्र के मुंबई जिले हैं. मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है.
पिछले लगातार कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से 29 लोगों की मौत हो गई. इसमें 10 लोगों की मौत बाढ़ के कारण हुई, जबकि 19 लोगों की इलेक्ट्रिक शॉक और बिजली गिरने से हुई.
बारिश की वजह से गुजरात के पांच स्टेट हाइवे और 144 गांव के रास्ते पूरी तरह बंद हैं. कई ऐसे गांव भी हैं, जिनका संपर्क टूट चुका है. प्रशासन ने जुनागढ, राजकोट, नवसारी, व्यारा, सूरत, महिसागर, पालनपुर, अहमदाबाद वडोदरा में एनडीआरएफ की एक-एक टीम तैनात की है.