मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में अगले 24 से 48 घंटों में मूसलाधार बारिश का अंदेशा है. मौसम विभाग ने पश्चिमी मध्य प्रदेश के लिए 20 अगस्त तक के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है. उधर, दूसरी तरफ डीप डिप्रेशन झारखंड से आगे बढ़कर दक्षिणी उत्तर प्रदेश और उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश से गुजरता हुआ पश्चिमी मध्य प्रदेश पहुंच रहा है. इस वेदर सिस्टम की वह से पिछले 24 घंटों में उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश और दक्षिणी यूपी में कई जगह बहुत भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है.
मध्य प्रदेश के कई जिलों में मूलसाधार बारिश
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में मध्य प्रदेश के नौगांव में 21 सेंटीमीटर, खजुराहों और रीवा में 14-14 सेंटीमीटर, सतना में 13 सेंटीमीटर , सिद्धी में 10 सेंटीमीटर, टीकमगढ़ और अंबिकापुर में 7-7 सेंटीमीटर की मूसलाधार बारिश रिकॉर्ड की गई है. उत्तर प्रदेश में इस दौरान चुर्क में 11 सेंटीमीटर, झांसी और वाराणसी में 5 सेंटीमीटर की भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है. ऐसा अनुमान है कि अगले 24 घंटों तक दक्षिणी उत्तर प्रदेश और उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में कई जगहों पर रुक-रुककर बारिश होती रहेगी.
पूर्वोत्तर भारत में तेज बारिश का अनुमान
उधर दूसरी तरफ मानसून का अक्ष अमृतसर, करनाल, अलीगढ़, जमशेदपुर, दीघा होता हुआ त्रिपुरा तक जा रहा है. इस वजह से पूर्वोत्तर भारत में बारिश थोड़ा कम हो रही है. लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि ये स्थिति अगले तीन दिनों में बदल जाएगी. पूर्वोत्तर भारत के तमाम इलाकों में एक बार फिर से बारिश तेजी पकड़ेगी. जहां एक तरफ पश्चिमी मध्य प्रदेश में मूसलाधार बारिश की आशंका अलर्ट है तो वहीं दूसरी तरफ राजस्थान के पूर्वी हिस्से में भारी बारिश का सिलसिला अगले 24 घंटे में एक बार फिर से शुरू हो जाएगा.
मध्य प्रदेश और गुजरात में तीन दिनों तक बारिश की संभावना
इसी के साथ मध्य प्रदेश के साथ लगे गुजरात के तमाम इलाकों में अगले तीन दिनों तक मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना भी जताई जा रही है. इन सबके बीच बंगाल की खाड़ी में एक दूसरा कम दबाव का क्षेत्र भी अगले 48 घंटों में बनने जा रहा है. ये कम दबाव का क्षेत्र भी डीप डिप्रेशन में तब्दील होकर पूर्वी भारत से लेकर मध्य भारत तक बारिश दे सकता है. ऐसे में मौसम विभाग इस वेदर सिस्टम के बनने पर बारीकी से नजर रखे हुए है.