मध्यप्रदेश के सिवनी में दो आदिवासियों की पीटकर हत्या के मामले में CM शिवराज सिंह चौहान ने ऐक्शन लिया है. सीएम ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए सिवनी एसपी कुमार प्रतीक को हटाने का निर्देश जारी किया है. इसके अलावा घटना वाले इलाके की बादलपार चौकी और कुरई थाने के पूरे स्टाफ को हटा दिया गया है. पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यों की SIT का गठन किया गया है.
10 दिनों में रिपोर्ट सौंपेगी SIT
SIT टीम में राजेश राजौरा, ACD गृह विभाग, अखेतो सेमा, ADG और श्रीकांत भनोट, सचिव, माध्यमिक शिक्षा मंडल शामिल हैं. SIT 15 और 16 मई को सिवनी पहुंचकर घटनास्थल का दौरा करेगी और 10 दिनों में रिपोर्ट सौंपेगी. सिवनी में 2 और 3 मई की रात दो आदिवासियों की पीट-पीटकर हत्या की गई थी. हत्या के मामले में बजरंग दल और श्रीराम सेना के सदस्यों पर आरोप लगे. पुलिस ने इस मामले में 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
इस मामले में ऑफिस ऑफ शिवराज के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने आज प्रात: निवास पर बैठक की और विगत दिनों सिवनी जिले में हुई जनजातीय साथियों की दुखद मृत्यु एवं पूरे प्रकरण की समीक्षा की और अब पूरे मामले की जांच SIT से कराने के निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने घटना क्षेत्र के पुलिस थाना कुरई और चौकी बादलपार के पूरे स्टाफ तथा सिवनी के एसपी को हटाने के निर्देश दिए हैं.
क्या था मामला
मध्य प्रदेश के सिवनी में पिछले दिनों गोमांस ले जाने के कथित आरोप में दो आदिवासियों की पीट पीटकर हत्या कर दी गई थी. घटना बदलपार चौकी के सागर और सिमरिया गांव से जुड़ी है. दरअसल, देर रात 15 से 20 युवकों ने दो आदिवासियों को कथित तौर पर गोमांस के साथ पकड़ लिया था और पुलिस को सूचना देने की जगह खुद ही उनकी पिटाई शुरू कर दी थी. उन्हें इतना पीटा गया कि उनकी मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिस ने तत्काल केस दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था.
घटना पर कांग्रेस के स्थानीय विधायक अर्जुन काकोड़िया ने कहा था कि ये इस देश में क्या हो रहा है. एक तरफ मुख्यमंत्री कहते हैं गुंडों को पनाह नहीं देंगे, 10 फीट गड्ढे में गाड़ देंगे और बजरंग दल के लोग आदिवासियों के साथ ऐसा कर रहे हैं. बजरंग दल को बैन किया जाए और उसके मुखिया की गिरफ्तारी होनी चाहिए.