मध्य प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने शुक्रवार को विवादास्पद बयान दे डाला. महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मंदिर में महिलाओं के चबूतरे पर पूजा करने की मांग के बारे में पूछे जाने पर गौर ने कहा कि 'अरे छोड़ो! महिलाएं घर में पूजा कर लें यही बहुत है.' शनि शिंगणापुर मंदिर में महिलाओं को चबूतरे पर पूजा करने की इजाजत नहीं है.
Women can worship from home, says MP Home Minister Babulal Gaur on Shani Shingnapur temple issue. pic.twitter.com/iN0Q9YC67N
— ANI (@ANI_news) January 29, 2016
जारी है विवाद
महिलाओं और ट्रस्ट के बीच चल रहा विवाद में राज्य सरकार भी कूद चुकी है. सरकार ने अहमदनगर जिला प्रशासन को बातचीत कराकर जल्द मामला सुलझाने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने ये निर्देश देते हुए कहा था कि 'पूजा-पाठ में भेदभाव करना हमारी संस्कृति नहीं है. मामले को सुलझाने के लिए प्रशासन को उचित कदम उठाने चाहिए.'
हिरासत में ले ली गई थी 350 महिलाएं
इससे पहले मंदिर में पूजा करने की जिद पर अड़ी महिलाओं ने 26 जनवरी को मंदिर में चबूतरे पर पूजा करने का ऐलान किया था. लेकिन सैकड़ों महिलाओं को मंदिर से करीब करीब 80 किलोमीटर दूर ही रोक लिया गया. प्रशासन ने करीब 350 महिलाओं को हिरासत में भी ले लिया था. हालांकि कुछ देर बाद उन्हें रिहा कर दिया गया.
महिलाओं ने मांगी थी हेलीकॉप्टर से जाने की इजाजत
शनि मंदिर में महिलाओं का चबूतरे पर जाना परंपरा के खिलाफ माना जाता है. लेकिन 400 महिलाओं ने एकजुट होकर यह परंपरा तोड़ने की ठान ली है. महिलाओं ने हेलीकॉप्टर से मंदिर जाने की इजाजत मांगी थी क्योंकि जमीन पर बैरिकेड लगाए गए हैं.
टूटी थी 400 साल पुरानी परंपरा
किसी भी हिंसक टकराव को रोकने के लिए अहमदनगर जिले में पुलिस ने ऐहतियातन भीड़ जमा न होने देने के निर्देश दिए हैं. मुंबई से करीब तीन सौ किलोमीटर दूर शनि शिंगणापुर मंदिर में महिला श्रद्धालु के दर्शन के बाद से विवाद शुरू है. एक युवती ने 400 साल पुरानी परंपरा को तोड़ते हुए शनि की मूर्ति पर तेल चढ़ा दिया था. इसके बाद मंदिर प्रशासन ने महिला को रोकने के लिए महिला पुलिस को तैयार किया था.