मध्य प्रदेश में लगातार बढ़ रहे बलात्कार के मामलों पर प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान की प्रतिक्रिया आई, लेकिन इस पर विवाद खड़ा हो सकता है. शिवराज ने एक कार्यक्रम के दौरान रेप के लिए रिश्तेदारों को जिम्मेदार ठहराते हुए आचरण शुद्दि अभियान चलाने की बात कही है. हालांकि राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कैसे किया जाए, इस पर सीएम साहब कुछ नहीं बोले.
राज्य में हो रहे बलात्कार के मामलों पर उन्होंने कहा कि ज्यादातर मामलों में पीड़िता के नजदीकी ही आरोपी होते हैं. ये महापाप है और इसलिए नमामि नर्मदा अभियान के तहत सरकार अब आचरण शुद्धि अभियान के जरिए लोगों की मानसिकता बदलेगी.
आपको बता दें कि कुछ ही दिन पहले एनसीआरबी के आंकड़ों में रेप के सबसे ज्यादा मामले मध्यप्रदेश में सामने आए. यहां बीते एक साल में रेप के 4900 मामले सामने आए जिसके बाद से ही राज्य सरकार निशाने पर थी. शिवराज के इस बयान के बाद कांग्रेस ने सरकार पर हल्ला बोला है.
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि जो अपने आप को मामा और भाई बताते हैं, उनके राज में लड़कियां बलात्कार की शिकार बन रही हैं. कांग्रेस ने पूछा कि भोपाल में जिस बेटी के साथ बलात्कार हुआ क्या उसको एक बार भी सीएम देखने गए.