आमतौर पर सड़क दुर्घटना के दौरान लोग घायलों की मदद से कतराते हैं. उन्हें इस बात का डर सताता है कि घायलों की मदद करने या उन्हें अस्पताल पहुंचाने पर कई तरीके की कानूनी औपचारिकताओं और कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.
लेकिन अब यह सब बदलने जा रहा है. मध्य प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान के एडीजी डीसी सागर ने बताया है कि सड़क दुर्घटनाओं में पीड़ितों की मदद करने वालों को अब सरकार पुरस्कृत करेगी.
सड़क सुरक्षा की दिशा में सड़क दुर्घटनाओं में पीड़ितों की मदद करने वालों को दो श्रेणियों में पुरस्कृत किया जायेगा. एडीजी सागर ने बताया है कि सरकार की इस कोशिश से लोग बेहिचक सड़क दुर्घटना में घायल और पीड़ितों की मदद करेंगे.
दुर्घटना के बाद गोल्डन आवर (Golden Hours) में मदद से घायलों के समय पर उपचार में निश्चित ही मदद मिलेगी. एडीजी सागर ने बताया कि मददगारों को पुरस्कृत करने के लिये दो कैटेगरी बनाई गई हैं. पहली कैटेगरी में सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों/ गैर-सरकारी सामाजिक संगठनों/ ट्रस्ट और विश्वविद्यालयों को शामिल किया गया है.
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दूसरी श्रेणी में सड़क दुर्घटना के दौरान आपातकाल में महत्वपूर्ण योगदान के लिये लोगों को पुरस्कृत किया जायेगा. इन दोनों ही कैटेगरी में प्रदेश स्तर पर पहला, दूसरा और तीसरा पुरस्कार दिया जाएगा.