जब देश का लोकतंत्र इतिहास रच रहा था, तब इंदौर के एक अस्पताल में नरेंद्र और मोदी के जन्म का उत्सव मनाया जा रहा था. ऑपरेशन थियेटर से डॉक्टर जब जुड़वां लड़कों को गोद में लेकर सामने आए, तो खुशी के मारे एक दंपति ने जुड़वां बेटों के नाम 'नरेंद्र' और 'मोदी' रखकर जश्न मनाया.
इंदौर के सिविल इंजीनियर देवेंद्र कुमावत और उनकी पत्नी आरती, दोनों ही नरेंद्र मोदी के फैन हैं. इंदौर के भंडारी अस्पताल में 16 मई को दोपहर दो बजे जुड़वां बच्चों का जन्म हुआ. कुमावत दंपति ने अपने जुड़वा बेटों का नाम नरेंद्र और मोदी रखने में कोई देर नहीं की.
देश के भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम बीजेपी को वोट देने वाले लोगों के दिलो-दिमाग पर इस कदर छाया हुआ है कि वे अपने बच्चों का नाम भी उन्हीं के नाम पर रखने लगे हैं, ताकि दिन में वे हर दिन कई-कई बार ये नाम ले सकें.
अस्पताल में जन्मे दोनों नवजात का स्वास्थ्य बेहतर है. कुमावत परिवार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी को मिली जीत से बेहद उत्साहित था.
देवेंद्र ने बताया कि पूरे देश के साथ उन्हें भी उम्मीद है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश प्रगति करेगा और नए आयाम स्थापित करेगा. ऐसा इसलिए, क्योंकि देश की जनता ने उन्हें अपना समर्थन दिया है.
उनके लिए 16 मई का दिन विशेष अहमियत रखता है. एक तरफ मोदी के नेतृत्व में बीजेपी जीती, तो दूसरी ओर उनके घर जुड़वा बच्चों का जन्म हुआ, लिहाजा कुमावत दंपति ने अपने जुड़वा बेटों का नाम नरेंद्र और मोदी रखने का फैसला लिया.
नवजात शिशुओं की मां आरती की तो खुशी का ठिकाना ही नहीं है. वे कहती है कि नरेंद्र मोदी ने अपने परिवार का नाम रोशन किया है. वे चाहती है कि उसके बेटे भी परिवार का नाम करें.
कुमावत परिवार का गुजरात से नाता है. यह परिवार इस बात से उत्साहित है कि जिस दिन देश में बीजेपी को बहुमत मिला, उसी दिन उनके घर में जुड़वा बच्चों का जन्म हुआ है. बच्चों का नामकरण नरेंद्र मोदी के नाम पर होने से परिवार का हर कोई उत्साहित है और अस्पताल में मिठाइयां बांटी जा रही हैं.
दोनों बच्चे और मां आरती अभी अस्पताल में हैं और तीनों स्वस्थ्य हैं. अस्पताल में पहुंच रहे कुमावत परिवार के नाते-रिश्तेदार उन्हें बधाइयां दे रहे हैं और बच्चों के नामकरण को वे एक साहसिक फैसला बता रहे हैं.
देश में लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत मिलने के बाद सरकार बनाने की तैयारी में जुटी बीजेपी के भावी प्रधानमंत्री की लोकप्रियता का यह एक ताजा प्रमाण है.