मध्य प्रदेश में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर अलग-अलग जगह हुए हमले और जबरन जय श्री राम बुलवाने की घटनाओं के बाद राज्य के साथ-साथ केंद्र की सरकार को भी विपक्षी पार्टियां घेर रही हैं. अब रविवार को उज्जैन से एक ऐसी ही घटना सामने आई है, जिसके बाद राज्य के पूर्व सीएम कमलनाथ ने शिवराज सरकार को घेरा है. दूसरी तरफ बीजेपी ने उल्टा कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की है, पूछा है कि ऐसे वीडियो कांग्रेस के पास ही क्यों आते हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने लिखा, 'मध्यप्रदेश के इंदौर, देवास और अब उज्जैन के महिदपुर की घटना? ये कौन लोग हैं, जो निरंतर ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं, हमारी गंगा-जमुनी, भाईचारे की संस्कृति को कुछ लोग बिगाड़ने का काम कर रहे हैं? ऐसा लग रहा है कि किसी खास एजेंडे के तहत यह सब किया जा रहा है. आगे सरकार को घेरते हुए लिखा गया है कि सरकार मूकदर्शक बन कर सब देख रही है. पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल, कानून का मखौल उड़ाया जा रहा है.
कमलनाथ ने अपने अगले ट्वीट में लिखा, 'मैं सरकार से मांग करता हूं कि ऐसे तत्वों पर सरकार कड़ी से कड़ी कार्यवाही करे, किसी भी मजहब का व्यक्ति हो, यदि वो कानून का उल्लंघन करे, हमारे प्रदेश की फिजा खराब करने का काम करे तो उस पर सख्त से सख्त कार्यवाही हो और ऐसी घटनाओं पर रोक के लिये सरकार सभी आवश्यक कदम उठाये.'
मै सरकार से माँग करता हूँ कि ऐसे तत्वों पर सरकार कड़ी से कड़ी कार्यवाही करे, किसी भी मजहब का व्यक्ति हो, यदि वो क़ानून का उल्लंघन करे , हमारे प्रदेश की फ़िज़ा ख़राब करने का काम करे तो उस पर सख़्त से सख़्त कार्यवाही हो और ऐसी घटनाओं पर रोक के लिये सरकार सभी आवश्यक कदम उठाये।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 29, 2021
उज्जैन में कबाड़ बेचने वाले से लगवाए जय श्री राम के नारे
सबसे ताजा घटना उज्जैन की है. वहां कबाड़ खरीदने वाले एक शख्स से जबरन जय श्री राम बुलवाने का मामला रविवार को सामने आया है. वीडियो वायरल होने के बाद केस दर्ज हो चुका है. ये घटना उज्जैन के महिदपुर तहसील की है. वीडियो में दो युवक एक व्यक्ति से जबरन जय श्रीराम का नारा लगवाने का प्रयास कर रहे हैं. वीडियो में युवक कबाड़ी का सामान भी नीचे फेंकते हुए दिखाई दे रहे हैं और उसे दोबारा गांव में ना आने की धमकी दे रहे हैं. काफी देर बाद के बाद शख्स 'जय श्री राम' का नारा लगाता है जिसके बाद उसे जाने दिया जाता है. मामले में फिलहाल दो आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
देवास में टोस्ट बेचने वाले को पीटा
इससे पहले 26 अगस्त को मध्य प्रदेश के ही देवास जिले में दो लोगों ने सड़क पर टोस्ट बेचने वाले 45 वर्षीय मुस्लिम व्यक्ति की कथित तौर पर पिटाई कर दी थी. जानकारी के मुताबिक, पिटाई इसलिए की गई क्योंकि वह अपनी पहचान साबित करने के लिए उन्हें आधार कार्ड नहीं दिखा सका था. देवास में अमलताज गांव के रहने वाले जहीर खान से दो अज्ञात लोगों ने आधार कार्ड दिखाने को कहा था. जहीर ने कहा कि उसके पास कार्ड नहीं है तो उन लोगों ने उसके साथ गाली गलौच की और उसे कथित तौर पर लाठी, बेल्ट से पीटा. मामले में आरोपियों को पकड़ा नहीं जा सका है.
इंदौर में चूड़ी वाले संग मारपीट
इससे पहले इंदौर में एक अल्पसंख्यक चूड़ी वाले संग मारपीट की गई थी. मामले में चूड़ी बेचने वाले तस्लीम को पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज कर गिरफ्तार किया गया था. तस्लीम के खिलाफ 13 साल की नाबालिग की शिकायत की थी. लड़की का आरोप था कि चूड़ी वाले ने उसे बुरी नीयत से छुआ और उसका हाथ पकड़ा था. इसके बाद जब वो चीखी, तो भीतर से मां आई और आसपास के लोग इकट्ठा हो गए. लोगों ने तस्लीम की जमकर पिटाई की थी. जिसका वीडियो वायरल हुआ था.
बीजेपी बोली - कांग्रेस को ही क्यों मिलते हैं ऐसे वीडियो?
बीजेपी की तरफ से उल्टा कांग्रेस पर ही सवाल उठाए गए हैं. राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री, विश्वास सारंग ने आजतक से बातचीत में कहा,'ऐसे मामलों को दर्ज करके कार्रवाई की जाती है. सवाल उठता है कि सबसे पहले कांग्रेस के अकाउंट से ही ऐसे वीडियो वायरल होते हैं. ये कांग्रेस का इतिहास रहा है, उन्होंने जात को जात से, धर्म को धर्म से लड़ाया है.'
मंत्री ने आगे कहा कि ऐसे मामलों के वीडियो कांग्रेस को ही क्यों मिलते हैं? क्या कांग्रेस ऐसे वीडियो बनवा रही है और हिंदु समाज को बदनाम करना चाहती है? क्या कांग्रेस अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए झगड़ा करवाना चाहती है ये भी बड़े सवाल हैं.