उज्जैन में एक जैन मंदिर के ट्रस्ट ने फरमान जारी करते हुए मंदिर में लड़कियों के जींस, स्कर्ट पहनकर आने पर रोक लगा दी है. इस फरमान को मंदिर परिसर के एक बोर्ड पर भी लिखित में जारी कर दिया है. उन्होंने आठ साल से अधिक उम्र की युवतियों को भारतीय संस्कृति के अनुरूप कपड़े पहनकर आने का अनुरोध किया है.
मॉर्डन कपड़ों से धार्मिक भावनाओं को पहुंचती है ठेस
श्वेतांबर जैन समाज के खाराकुआं स्थित प्रमुख मंदिर श्री ऋषभदेव छगनीराम पेढ़ी मंदिर है. मंदिर ट्रस्ट का मानना है कि नियमित रूप से पूजा-पाठ, दर्शन के दौरान ज्यादातर महिलाएं और युवतियां जींस, स्कर्ट, टॉप, कैपरी आदि नए जमाने के कपड़े पहनकर आती हैं. इससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचती है. इसलिए अब ऐसा फरमान जारी किया गया है.
साधु मंडल ने भी जताई थी चिंता
उन्होंने बताया कि साधु मंडल ने भी इस विषय पर चिंता व्यक्त की थी. इस कारण चातुर्मास कर रहे पन्यास विमल कीर्ति महाराज और गणिवर्य रत्न कीर्ति महाराज की निश्रा में पेढ़ी के ट्रस्ट ने बैठक कर आठ साल से ज्यादा उम्र की युवतियों के जींस, स्कर्ट पहनकर मंदिर आने पर रोक लगाई है. मंदिर प्रशासन का कहना है कि महिलाओं और युवतियों को भारतीय संस्कृति के अनुसार साड़ी या सलवार कमीज पहनकर ही मंदिर आना चाहिए. फिलहाल जींस या स्कर्ट पहनकर मंदिर आने पर सजा या जुर्माने का कोई प्रावधान नहीं है.