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व्यापमं घोटाले के सभी 31 आरोपी दोषी करार, 25 को होगा सजा का ऐलान

सीबीआई की ओर से 31 आरोपियों को लेकर चार्जशीट दाखिल की गई थी. सभी आरोपी जमानत पर थे जिन्हें हिरासत में भेज दिया गया. इस मामले में प्रदेश की राजनीति में काफी हलचल होती रही है.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

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  • सीबीआई की ओर से दोषी करार 31 आरोपी जमानत पर थे
  • व्यापमं में गड़बड़ी का खुलासा सात जुलाई, 2013 को हुआ

2013 में व्यापमं पुलिस भर्ती मामले में हुए घोटाले में स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने सभी 31 आरोपियों को दोषी करार दिया है. अब इस संबंध में 25 नवंबर को फैसला सुनाया जाएगा. सीबीआई की ओर से 31 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी. सभी आरोपी जमानत पर थे जिन्हें फैसला आने के बाद हिरासत में भेज दिया गया.

क्या है मामला

व्यापमं में गड़बड़ी का बड़ा खुलासा सात जुलाई, 2013 को पहली बार पीएमटी परीक्षा के दौरान तब हुआ, जब एक गिरोह इंदौर की अपराध शाखा की गिरफ्त में आया. यह गिरोह पीएमटी परीक्षा में फर्जी विद्यार्थियों को बैठाने का काम करता था. मुख्यमंत्री चौहान ने इस मामले को अगस्त 2013 में एसटीएफ को सौंप दिया.

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हाई कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया और उसने हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज चंद्रेश भूषण की अध्यक्षता में अप्रैल 2014 में एसआईटी गठित की, जिसकी देखरेख में एसटीएफ जांच करता रही. नौ जुलाई, 2015 को मामला सीबीआई को सौंपने का फैसला हुआ और 15 जुलाई से सीबीआई ने जांच शुरू की.

सरकार के पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, उनके ओएसडी रहे ओपी शुक्ला, बीजेपी नेता सुधीर शर्मा, राज्यपाल के ओएसडी रहे धनंजय यादव, व्यापमं के नियंत्रक रहे पंकज त्रिवेदी, कंप्यूटर एनालिस्ट नितिन मोहिद्रा जेल जा चुके हैं. इस मामले में दो हजार से अधिक लोग जेल जा चुके हैं, और चार सौ से अधिक अब भी फरार हैं. वहीं 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.(एजेंसी से इनपुट)

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