मध्य प्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) घोटाले की जांच कर रही CBI ने मंगलवार को पांच और प्राथमिकी दर्ज की है. इस तरह सीबीआई द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी की संख्या 37 हो गई है. सीबीआई के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मंगलवार को कुल पांच प्राथमिकी दर्ज की गई है.
पहली प्राथमिकी पीएमटी 2010 को लेकर है, जिसमें तीन लोगों को आरोपी बनाया गया है. इसी तरह दूसरी प्राथमिकी पीएमटी 2009 को लेकर है, इस मामले में भी तीन लोग आरोपी बनाए गए हैं. तीसरी प्राथमिकी पीएमटी 2010 में धोखाधड़ी कर जबलपुर चिकित्सा महाविद्यालय में दाखिला लेने वाले दो छात्रों के खिलाफ है.
सीबीआई के अनुसार चौथी प्राथमिकी आरक्षक (कांस्टेबल) भर्ती परीक्षा 2012 को लेकर है, जो परीक्षा 30 सितंबर 2012 को आयोजित की गई थी. इस ममाले में 10 लोगों को आरोपी बनाया गया है. पांचवी प्राथमिकी पीएमटी 2009 को लेकर है, इस प्रकरण में एक आरोपी है. सीबीआई ने मंगलवार को जो प्राथमिकी दर्ज की है, वे स्थानीय पुलिस पहले ही दर्ज कर चुकी थी. व्यापम घोटाले की सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर नौ जुलाई को सीबीआई ने जांच शुरू की थी.
इनपुट IANS