मध्य प्रदेश के सबसे बड़े व्यापम घोटाले में अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम उछला जा रहा है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि इसकी जांच कर रही एसटीएफ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके परिवार को बचाने के लिए मूल ‘एक्सल शीट’ के साथ छेड़छाड़ की है. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि घोटाले में सीएम भी शामिल थे और उन्हें इस्तीफा देना चाहिए.
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने सोमवार को व्यापम कथित घोटाले की एसटीएफ द्वारा की जा रही जांच की निगरानी कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) के सामने शपथ पत्र देकर कुछ दस्तावेज पेश किए. व्यापम द्वारा व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के साथ कई सरकारी नौकरियों के लिए भी चयन परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं.
एसआईटी के सामने पेश होने और शपथ पत्र देने के बाद प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुरेश पचौरी और प्रदेश अध्यक्ष अरूण यादव व विधानसभा में विपक्ष के नेता सत्यदेव कटारे के साथ दिग्विजय सिंह ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि मूल ‘एक्सल शीट’ के साथ छेड़छाड़ की गई है.
उन्होंने मांग की कि इस घोटाले की जांच जिस एजेंसी के हाथ में है, वह मुख्यमंत्री के ही अधीन है. इसलिए मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जाए या मुख्यमंत्री के इस्तीफे के बाद यही जांच एजेंसी जांच करे.
-इनपुट भाषा से