महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर को इस साल भी स्वच्छता दिवस मनाया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान से पिछले दो साल में स्वच्छता को लेकर देश में जागरूकता बढ़ी है लेकिन अब भी इस दिशा में बहुत कुछ किया जाना बाकी है. इसका अहसास जर्मनी से आए एक जोड़े ने कराया.
जर्मनी से फिलिप और उनकी पत्नी जूलिया महाराष्ट्र के बुलढाणा में प्रसिद्ध लोनार झील देखने के लिए आए. यहां के प्राकृतिक सौंदर्य से ये जोड़ा बहुत प्रभावित हुआ. लेकिन साथ ही उन्हें झील के पास जगह जगह प्लास्टिक की बोतलें, कूड़ा-कचरा देखकर बहुत दुख हुआ.
खुद कर दी सफाई
झील के पास गंदगी देखकर ये जोड़ा खुद ही सफाई में जुट गया. साथ ही बुलढाणा नगर निगम को सूचना देकर कचरा इकट्ठा करने के लिए गाड़ी मंगाई. फिलिप और जूलिया करीब 5 घंटे तक झील के पास कूड़ा कचरा साफ करते रहे. उन्हें ऐसा करते देख झील पर घूमने के लिए आए कुछ छात्र भी सफाई में साथ देने के लिए जुट गए. देखा देखी और पर्यटक भी ऐसा ही करने लगे.
फिलिप और जूलिया ने वहां मौजूद लोगों को बताया कि अपनी प्राकृतिक धरोहरों को बचा कर रखना कितना जरूरी है. साथ ही सफाई का महत्व भी बताया. इस बीच, वहां पहुंचे नगर निगम के अधिकारी के साथ फिलिप और जूलिया ने सभी मौजूद लोगों को साफ-सफाई रखने के लिए शपथ भी दिलाई.