महाराष्ट्र के बीड में जिजाऊ मल्टीस्टेट घोटाले में एक व्यवसायी पर आरोप लगाने से बचने के लिए इंस्पेक्टर हरिभाऊ खाड़े ने 1 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी. उसने 5 लाख रुपये की रिश्वत ले ली थी. इस मामले में बीड की वित्तीय अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक सहित सहायक पुलिस अधिकारी और निजी इस्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
इसके बाद से इंस्पेक्टर और सहायक फौजदार आरबी जाधवर फरार हैं. गुरुवार रात जब बीड के भ्रष्टाचार निरोधक विभाग ने इंस्पेक्टर हरिभाऊ खाड़े घर की तलाशी ली, तो उनके किराए के घर में एक करोड़ आठ लाख रुपये नकद, 10 तोला सोना, साढ़े पांच किलो चांदी और छह स्थानों की संपत्ति के दस्तावेज मिले.
यह भी पढ़ें- 'महाराष्ट्र गद्दारों को कभी माफ नहीं करता...' उद्धव ठाकरे का फिर एकनाथ शिंदे पर हमला
दोनों को किया गया निलंबित
पुलिस उपाधीक्षक शंकर शिंदे ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मामले में पुलिस निरीक्षक हरिभाऊ खाड़े औकर सहायक फौजदार आरबी जाधवर दोनों को निलंबित किया गया है. ये दोनों वित्तीय अपराध शाखा में कार्यरत हैं. बीड में जिजाऊ मल्टीस्टेट के अपराध में किसी बिल्डर पर आरोप न लगे, इसलिए खाड़े ने 1 करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी थी.
उसके लिए जाधवर ने प्रोत्साहित किया था. निश्चित रकम में से पहले पांच लाख रुपये की किश्त लेते हुए प्राइवेट इसाम कुशल जैन को एंटी करप्शन ब्यूरो ने पकड़ा था. इसके बाद खाड़े और जाधवर दोनों फरार हो गये थे. उनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है. इसके तुरंत बाद अधीक्षक ठाकुर ने दोनों को सेवा से निलंबित कर दिया.
घर की तलाशी में मिला ये सामान
बीड के चाणक्यपुरी इलाके में हरिभाऊ खाड़े के घर की तलाशी ली गई और वहां से 1 करोड़ 8 लाख रुपये नकद, 72 लाख रुपये के सोने के बिस्किट और आभूषण और 4 लाख 62 रुपये की 5.5 किलोग्राम चांदी बरामद की गई. ट्रेडिंग सेटलमेंट में बारामती में एक फ्लैट और इंदापुर में एक फ्लैट के साथ-साथ बारामती और परली में प्लॉट जैसी अचल संपत्तियों के दस्तावेज भी घर से मिले हैं. इन सभी वस्तुओं को जब्त कर लिया गया है और अब आगे की जांच पुलिस उपाधीक्षक शंकर शिंदे कर रहे हैं.