महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में अजगर ने पिछले एक साल से दहशत फैलाई हुई थी. आखिरकार उसे अर्थ कंजर्वेशन ऑर्गनाइजेशन संस्था के सदस्यों की मदद से पकड़ लिया गया. इसके बाद ग्रामीणों ने जश्न मनाया. अजगर की दहशत इतनी ज्यादा थी कि जहां वो दिखाई दे जाता था, गांव में उस तरफ आना जाना बंद कर देते थे.
किसान उधर से गुजरने से घबराते थे और छोटे बच्चों को तो उसके आस-पास के इलाके में भी नहीं छोड़ा जाता था. ब्रह्मपुरी तालुका के उचली गांव में इसे पकड़ने का प्रयास काफी समय से किया जा रहा था. मगर, ग्रामीण इस 12 फुट विशालकाय अजगर को पकड़ने में कामयाब नहीं हो पा रहे थे. यह अजगर अब तक 9 बकरियों को निगल चुका था.
अर्थ कंजर्वेशन ऑर्गेनाइजेशन के सदस्यों ने पकड़ा
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने इससे पहले इतना बढ़ा अजगर कभी नहीं देखा. जब ढोंगे नाम के एक किसान का चौथा बकरा अजगर खा गया, तो उसने इसकी जानकारी अर्थ कंजर्वेशन ऑर्गनाइजेशन संस्था के सदस्यों को दी गई. सर्प विशेषज्ञ ललित उरकुडे अपने सहयोगियों विवेक राखडे, चेतन राखडे और इशान वठे के साथ सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे.
उन्होंने अजगर पकड़ने के लिए जाल बिछाया. कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों की मदद से अर्थ कंजर्वेशन ऑर्गनाइजेशन संस्था के सदस्यों को विशालकाय अजगर को पकड़ने में कामयाबी मिली. अजगर पकड़े जाने के बाद गांववालों ने जश्न मनाया और संस्था के सभी सदस्यों का आभार जताया. पिछले एक साल से दहशत में जी रहे ग्रामीणों ने अब राहत की सांस ली है.
इस मामले में पुलिस अधिकारी पाटिल संघर्ष झगजाने ने बताया कि इलाके में अजगर 9 बकरियों को निगल चुका था. उसकी वजह से ग्रामीण पिछले एक साल से परेशान और दहशत में जी रहे थे. उसे पकड़ने का काफी प्रयास किया गया था.
मगर, हर बार वह कहीं छिप जाता था. इसकी वजह से उसे पकड़ने में दिक्कत हो रही थी. इस बार उसे देखे जाने के बाद पकड़ने के लिए सर्प विशेषज्ञों की टीम पहुंची और उन्होंने अजगर पर पर काबू कर लिया.