नई दिल्ली-आगरा-अहमदाबाद के बाद आज इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अपनी पत्नी सारा के साथ मुंबई दौरे पर हैं. यहां उन्होंने आज सुबह ब्रेकफास्ट पर भारतीय उद्योगपतियों से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने भारत-इजरायल व्यापार शिखर सम्मेलन को संबोधित किया. 14 वर्ष की उम्र में ड्रोन बनाने वाले हर्षवर्धन की कामयाबी को देख नेतन्याहू बहुत खुश थे. उन्होंने बच्चे की इस उपलब्धि को अपने भाषण का हिस्सा बनाया.
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भारतीय युवाओं का बढ़ाया हौसला
भारत-इजरायल व्यापार शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि मैं उस 14 साल के लड़के से बहुत प्रभावित हूं. उसने छोटी सी उम्र में एक ऐसा ड्रोन बनाया जो हवा में उड़कर जमीनी सुरंगों की पहचान कर सकता है. यह कई जिंदगियों को बचाएगा. मैं यहां आया हूं, मैंने एक प्रभावशाली हब बनाया, जहां प्रतिभाशाली युवा मुश्किलों को हल करने के लिए हैं.
2016 से थी ड्रोन की तैयारी
आपको बता दें कि गुजरात के 14 वर्ष के हर्षवर्धन जाला ने एक ड्रोन को डिजाइन किया था, जो हवा में रहते जमीनी सुरंगों को भाप सकता है. इसके प्रॉडक्शन के लिए जाला ने सरकार के साथ 5 करोड़ रुपये के समझौता भी किया था. इतनी कम उम्र में इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल कर उन्होंने भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोरी. जाला ने कहा था कि वह 2016 से ही इस ड्रोन को बना रहे थे.
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ड्रोन का नाम 'ईगल'
ईगल नामक इस ड्रोन में मकैनिकल शटर वाला 21 मेगापिक्सल के कैमरे के साथ इंफ्रारेड, आरजीबी सेंसर और थर्मल मीटर लगा है. कैमरा हाई रिजॉलूशन की तस्वीरें भी ले सकता है. ड्रोन जमीन से दो फीट ऊपर उड़ते हुए आठ वर्ग मीटर क्षेत्र में तरंगें भेजेगा. ये तरंगें लैंड माइंस का पता लगाएंगी और बेस स्टेशन को उनका स्थान बताएंगी. ड्रोन लैंडमाइन को तबाह करने के लिए 50 ग्राम वजन का बम भी अपने साथ ढो सकता है.
एरोबैटिक्स 7 के मालिक हैं हर्षवर्धन
हर्षवर्धन के पिता अकाउंटेंट हैं और मां निशाबा जाला गृहिणी हैं. फिलहाल इस 14 साल के छात्र ने अपनी खुद की कंपनी खड़ी की है जिसका नाम है - एरोबैटिक्स 7 जिसकी और गैजेट बनाने की योजना है.