महाराष्ट्र में मुंबई के अंधेरी इलाके में एक 17 साल की लड़की को जिंदा जलाने की कोशिश का डरा देने वाला मामला सामने आया है. लड़की 60 प्रतिशत जल गई है और वह जीवन के लिए संघर्ष कर रही है. पुलिस ने बताया कि अंधेरी के मरोल निवासी लड़की और 30 साल का आरोपी पिछले कुछ महीनों से दोस्त थे. लेकिन लड़की की मां ने आरोपी को डांटते हुए उसकी बेटी से न मिलने के लिए कहा था.
हालांकि, रविवार रात करीब 11.30 बजे हुए इस हमले के पीछे का सटीक कारण अभी मालूम नहीं पड़ा है.
एक अधिकारी ने बताया कि पीड़िता रात का खाना खाने के बाद अपनी सहेलियों के साथ चॉल में बैठी थी, तभी आरोपी जितेंद्र उर्फ जीतू तांबे ने आकर उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी. इस दौरान जीतू भी घायल हो गया. उन्होंने बताया कि लड़की 60 प्रतिशत तक जल गई है और उसके चेहरे, गर्दन, पेट, गुप्तांग, हाथ और पैर पर चोटें आई हैं. अधिकारी ने बताया कि पीड़िता की हालत गंभीर है और वह बोल नहीं पा रही है. उसका इलाज यहां डॉ. आर.एन. कूपर अस्पताल में चल रहा है. लड़की को जानने वाले एक लड़के ने उसकी मां को घटना के बारे में बताया तो तुरंत मौके पर पहुंची. उसने अपनी बेटी को जली हुई हालत में पाया.
एफआईआर के अनुसार, लड़की ने अपनी मां को देखकर कहा,'मेरी कोई गलती नहीं है मां,जीतू ने मुझपर पेट्रोल डाला और मुझे आग लगा दी.'पीड़िता और आरोपी एक-दूसरे को जानते थे.अधिकारी ने पीड़िता की मां द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत का हवाला देते हुए कहा कि वे पिछले कुछ महीनों से दोस्त थे और अक्सर मिलते थे.
शिकायत में कहा गया है कि लड़की की मां ने जब उससे पूछा था कि क्या वे किसी रिश्ते में हैं,तो लड़की ने इनकार कर दिया था. इसके बाद लड़की की मां ने उस व्यक्ति से मुलाकात की और उसे अपनी बेटी से न मिलने के लिए चेताया. पुलिस ने कहा कि घटना में आरोपी भी जल गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. उन्होंने कहा कि शिकायत के आधार पर, आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता के प्रावधानों के तहत एसिड आदि का उपयोग करके स्वेच्छा से गंभीर चोट पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है और जांच चल रही है.