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महाराष्ट्र के मंत्री बोले- नागपुर में कोरोना की तीसरी लहर की हुई शुरुआत, लग सकती हैं पाबंदियां

महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नितिन राउत ने ऐसा बयान दिया है, जिससे चिंता और बढ़ गई है. राउत ने बताया है कि नागपुर में कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • महाराष्ट्र के नागपुर में तीसरी लहर की हुई शुरुआत
  • शहर में जल्द लगाए जा सकते हैं प्रतिबंध
  • मंत्री नितिन राउत ने लोगों को चेताया

देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान मची तबाही से अब तक लोग डरे हुए हैं. केंद्र और राज्य सरकारों ने संभावित तीसरी लहर की तैयारियां भी तेज कर दी हैं. केंद्र सरकार समय-समय पर राज्यों को इसके लिए निर्देश भी जारी करती रही है. इस बीच, महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नितिन राउत ने ऐसा बयान दिया है, जिससे चिंता और बढ़ गई है. राउत ने बताया है कि नागपुर में कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है. माना जा रहा है कि जल्द ही शहर में पाबंदियां लगाई जा सकती हैं.

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नागपुर जिले के गार्जियन मंत्री नितिन राउत ने कहा, ''नागपुर में कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है, जिसकी वजह से पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों में बढ़ोतरी हुई है. 13 पॉजिटिव पाए गए लोग ऐसे भी थे, जिसमें से 12 को वैक्सीन लग चुकी थी.''

उन्होंने आगे बताया कि आज हम बहुत दिनों बाद दोगुने पॉजिटिव मामलों पर आ गए हैं. हमारे यहां तीसरी वेव का आगमन हो गया है. जल्द ही आपदा प्रबंधन की बैठक होगी. कुछ पाबंदियां लगाने का फैसला हुआ है लेकिन इसके संबंध में जनता के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा करके अंतिम फैसला लेंगे.

बता दें कि नितिन राउत ने कोविड-19 की समीक्षा को लेकर संभागीय आयुक्त कार्यालय में बैठक की. आंकड़ों के मुताबिक नागपुर जिले में सख्त पाबंदियां लगाई जा सकती हैं. जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए 72 सैंपल भेजे जा चुके हैं. इसके अलावा, रेस्टोरेंट पर रात 8 बजे तक पाबंदी, शाम 4 बजे तक दुकानें और वीकेंड पर बाजार बंद रखने के संबंध में अगले तीन दिनों में फैसला सुनाया जा सकता है.

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पूरे महाराष्ट्र की बात करें तो यहां पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 3626 नए मामले सामने आए हैं. यह मिड फरवरी के बाद सामने आए सबसे कम केस हैं. पिछले एक दिन में कोरोना से बीमार चल रहे 5,988  और लोग ठीक हो गए, जबकि इस दौरान 37 लोगों की महामारी की वजह से जान भी चली गई.

 

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