पुलिस का कहना है कि शहर भर में प्रचारित असम हिंसा का वीडियो फर्जी था. पुलिस ने कहा कि 8 और 9 अगस्त को पूर्वोत्तर के छात्रों पर हुए हमले के बाद शहर में कोई भी अप्रिय घटना नहीं हुई है.
पुलिस प्रभारी निरीक्षक प्रसाद हसबनिस ने बताया, ‘स्पष्ट है कि एमएमएस में आवाज और व्याख्या के साथ छेड़छाड़ की गयी है. हमने स्पष्ट कर दिया है कि एमएमएस फर्जी है. लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है.’ उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के लोगों को कोई खतरा नहीं है.
उधर, मुंबई में मुख्यमंत्री पथ्वीराज चव्हाण ने आश्वस्त किया कि पूर्वोत्तर के छात्रों को सुरक्षा मुहैया करायी जायेगी.
वहीं महाराष्ट्र के गृह मंत्री आरआर पाटिल ने कहा कि असम के हालात पर अफवाहें फैलाने के लिये सोशल नेटवर्किंग साइटों का सहारा लिया गया. उन्होंने कहा कि शरारती तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.