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महाराष्ट्र में स्केल, स्कैम, सेटिंग का खेल! आदित्य ठाकरे का शिंदे सरकार पर घोटाले का आरोप, BMC से पूछे ये 10 सवाल

आदित्य ठाकरे शिंदे सरकार पर लगातार हमलावर हैं. उन्होंने सरकार पर सड़क घोटाला करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि सरकार ने बीएमसी की मिलीभगत से यह घोटाला किया है. वह बीएमसी चुनाव से पहले इसे मुद्दा बनाना चाहते हैं. उन्होंने इस मामले से जुड़े कई सवाल बीएमसी आयुक्त से किए. जानते हैं कि आदित्य ने उनसे क्या सवाल किए और उन्हें क्या जवाब मिला?

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आदित्य ठाकरे ने सरकार पर लगाया करोड़ों के सड़क घोटाले का आरोप (फाइल फोटो)
आदित्य ठाकरे ने सरकार पर लगाया करोड़ों के सड़क घोटाले का आरोप (फाइल फोटो)

BMC चुनाव से ठीक पहले आदित्य ठाकरे का महाराष्ट्र सरकार पर हमला तेज हो गया है. उन्होंने सरकार पर करोड़ों का सड़क घोटाला करने का आरोप लगाया है. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि 'खोखा सरकार' बीएमसी को लूट रही है. सरकार ने बीएमसी को शामिल कर बड़े पैमाने पर सड़क घोटाला किया है. इस सरकार ने हाल ही में 5 हजार करोड़ के टेंडर घोषित किए थे लेकिन उन्हें कोई बोली लगाने वाला नहीं मिला, इसलिए उन्होंने इसे खत्म कर दिया.

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दरअसल आदित्य ठाकरे ने बीएमसी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, जिस पर बीएमसी ने एक बयान जारी किया था. आदित्य जवाब से संतुष्ट नहीं हैं. उन्होंने कहा कि बीएमसी ने मेगा टेंडर में सड़क अनुबंधों के लिए स्केल, स्कैम और सेटिंग के बारे में नहीं बताया है.

हालांकि आदित्य ने एक पत्र लिखकर इस मामले में स्वीकृति प्राधिकरण से लेकर फंड जारी करने तक के दस सवालों के जवाब बीएमसी नगर आयुक्त से मांगे थे, जिस पर बीएमसी ने जवाब दिया कि टेंडर प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है.

सवाल: सड़क निर्माण का प्रस्ताव किसने दिया?

बीएमसी: तत्कालीन नगरसेवकों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने सुझाए दिए. इसके अलावा संबंधित सहायक आयुक्तों द्वारा दी गई सिफारिश के अनुसार सुधार के लिए 397 किलोमीटर लंबाई वाली सड़कों का चयन किया गया.

सवाल: क्या निर्वाचित प्रतिनिधि इसमें शामिल नहीं हैं?

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बीएमसी: सक्षम प्राधिकारी से आवश्यक स्वीकृति लेने के बाद टेंडर आमंत्रित किए जाते हैं.

सवाल: सड़क निर्माण के लिए कहां से आएगा फंड?

बीएमसी: चालू वित्तीय वर्ष में 5 प्रतिशत मोबिलाइजेशन एडवांस पर खर्च किया जाएगा. आगे के बजट का प्रावधान आगामी वर्षों में चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा.

सवाल: काम पूरा होने की समयसीमा क्या है?

बीएमसी: सड़कों के प्रस्तावित कंक्रीटीकरण की समय अवधि चौबीस महीने (मानसून को छोड़कर) है. काम को तत्काल शुरू करने के लिए यातायात पुलिस व दूसरे जरूरी विभागों से जल्द एनओसी लिया जाएगा. ट्रैफिक पुलिस व अन्य विभागों के साथ संयुक्त बैठक की जाएगी.

सवाल: औसतन 8% बढ़ोतरी पर मोलभाव क्यों नहीं किया गया?

बीएमसी: 2022 की मौजूदा बाजार दरों के आधार पर दरों की अनुसूची संशोधित की जाती है और नई दर का एक अनुमान तैयार किया जाता है. प्रचलित ई-निविदा नीति के अनुसार, बातचीत की प्रक्रिया का पालन किया जाएगा. बोली प्रस्ताव को कम करने के लिए पहले ही दो बार लेटर जारी किए जा चुके हैं.

सवाल: वरीयता वाले ठेकेदारों के लिए एसओआर बदल गया?

बीएमसी: यूएसओआर 2018 की दरों के साथ टेंडर जारी किया गया था लेकिन बहुत अच्छा रेस्पॉन्स नहीं मिला, इसलिए मौजूदा मार्केट रेट को देखते हुए दरों को संशोधित किया गया था. वर्तमान दिशा-निर्देशों के अनुसार, दरों का निर्धारण करते समय जीएसटी को बाहर रखा गया है.

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उन्होंने बताया कि पानी के सतही प्रवाह को कम करने के लिए नई निविदाओं में सोक पिट्स और छोटे-छोटे छेद वाले कंक्रीट को शामिल किया गया है ताकि जल निकासी के साथ-साथ भूमिगत जल टेबल में सुधार किया जा सके.

सवाल: ठेकेदारों के अनुभव पर ध्यान दिया गया?

बीएमसी: टेंडर काम की अच्छी गुणवत्ता व अत्यधिक अनुभवी ठेकेदारों को ध्यान में रखते हुए आमंत्रित कि जाते हैं. कई ठेकेदारों को देश भर के शहरों में काम करने का अनुभव है.

सवाल गुणवत्ता की जांच के लिए क्या हैं व्यवस्था?

बीएमसी: निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की समुचित जांच करने और निर्माण में प्रयुक्त सामग्री की जांच प्रतिष्ठित सरकारी प्रयोगशालाओं से कराने के लिए निगम ने गुणवत्ता प्रबंधन एजेंसी (क्यूएमए) नियुक्त करने का प्रावधान रखा है. 

सवाल: उद्यमी बोली में हेराफेरी करते हैं?

बीएमसी: टेंडर बीएमसी की प्रचलित नीति के अनुसार ई-टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से आमंत्रित की जाती हैं, इसलिए इस मामले में कोई दम नहीं है.

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