BMC (बृहन्मुंबई नगर निगम) चुनाव से ठीक पहले आदित्य ठाकरे ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को खोखे सरकार कहा है. आदित्य ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में खोके सरकार न केवल मुंबई विरोधी है बल्कि महाराष्ट्र विरोधी भी है. उन्होंने कहा, खोखे सरकार में पहले से ही टेंशन है. इसका कोई अंत नहीं है. खोखे सरकार एक ऐसा पर्दा बना रही है जिसके पीछे वे महाराष्ट्र को लूट रहे हैं.
ठाकरे ने कहा कि एक और मुद्दा मैं आज हाइलाइट करना चाहता हूं. खोखे सरकार द्वारा बीएमसी को भी लूटा जा रहा है. इस सरकार ने हाल ही में 5 हजार करोड़ के टेंडर घोषित किए थे. हालांकि, उन्हें कोई बोली लगाने वाला नहीं मिला. इसलिए उन्होंने इसे खत्म कर दिया.
फिल्म सिटी का टेंडर भी घोषित
आदित्य ठाकरे ने कहा कि हाल ही में 6800 करोड़ की लागत से 400 किलोमीटर पक्की सड़कों की घोषणा की गई थी. 1 अक्टूबर से 31 मई ऐसे कार्यों के लिए सबसे अनुकूल समय अवधि है. यदि वे फरवरी में काम करना शुरू करते हैं, तो वे 400 किलोमीटर की दूरी को कब पूरा करेंगे? यहां तक कि फिल्म सिटी का टेंडर भी घोषित कर दिया गया था. आगे क्या हुआ कोई नहीं जानता.
ठाकरे ने सड़क घोटाले पर भी सरकार को घेरा और BMC पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि सरकार टैक्सपेयर के फंड का गलत इस्तेमाल कर रही है. इसे बर्बाद किया जा रहा है. इसलिए हमारी मांग है कि कई ऐसे टेंडर जिन पर सवाल उठाते हैं उसे रद्द किया जाए. इन टेंडरों से हमें करोड़ों रुपये के बड़े घोटाले की बू आ रही है.
आदित्य ठाकरे के आरोपों पर BMC का जवाब
आदित्य ठाकरे के हमले के बाद बीएमसी ने कहा है कि इसकी प्रक्रियाएं पारदर्शी हैं. सड़क के ठेके के मुद्दे पर बीएमसी ने कहा कि इससे पहले USOR 2018 के आधार पर निविदाएं आमंत्रित की गई थीं. 2018 से 2023 तक मूल्य सूचकांकों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. इसे ध्यान में रखते हुए, 2018 से नवंबर 2022 तक मूल्य वृद्धि, सड़कों के निर्माण के लिए आवश्यक सभी वस्तुओं को संचालित किया जाना है.
आज की बदली हुई लागत को मोटे तौर पर बढ़ाकर 17% कर दिया गया है. जब बाजार ऊंची होने की वजह से बड़ी कंपनियों ने पुरानी कम दरों पर काम करने में रूचि नहीं दिखाई. इसलिए बाजार दरों से मिलान करने के लिए बीएमसी ने टेंडर रेट में संशोधन किया है और दरें बाजार दरों के बराबर हो गई हैं.
BMC ने कहा कि टेंडर पहले पुराने एसओआर रेट पर निकाला गया था. इसलिए कंपनियों ने ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई. इस टेंडर में सड़कों की गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करते हुए कई नई शर्तें पेश की गई हैं, जिससे गुणवत्ता की स्थिति भी सख्त हो गई है. सड़कों के निर्माण के लिए निगम ने कड़ी शर्त रखी है.