बीते दिनों एफटीआईआई के निदेशक कार्यालय को जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के दौरे के सिलसिले में कुछ संदिग्ध विस्फोटक पदार्थों से भरा एक लिफाफा मिला था. इसमें एक डेटोनेटर और बम धमाके की धमकी भरा खत था, वहीं अब खबर है कि शहर के रानाडे इंस्टीट्यूट के एचओडी को भी ऐसा ही धमकी भरा लिफाफा मिला है.
संस्थान की ओर से पुलिस को शिकायत की गई है, जिसके बाद एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है. दो दिन पहले 7 मई को एफटीआईआई के डायरेक्टर को भी एक पार्सल मिला था, जिसमें डेटोनेटर और जिलेटिन था. बताया जाता है कि उसी दिन रानाडे इंस्टीट्यूट को भी पार्सल मिला, जिस पर माधवी रेड्डी का नाम लिखा था. रेड्डी दो दिनों के लिए शहर से बाहर थीं, लिहाजा लिफाफे को किसी ने नहीं खोला.
पार्सल में नहीं थी कोई बैटरी
बताया जाता है कि सोमवार को जब इंस्टीट्यूट की एचओडी ने पार्सल खोला तो उसमें भी एफटीआईआई वाले पार्सल की तरह डेटोनेटर और जिलेटिन पदार्थ निकला. बता दें कि अगर बैटरी के साथ सही तरीके से डेटोनेटर और जिलेटिन को जोड़ा जाए तो यह एक तगड़ा धमाका करने के लिए काफी है. हालांकि पार्सल में कोई बैटरी नहीं थी.
चिट्ठी में दी धमकी- कन्हैया को नहीं मिले प्रवेश
रानाडे इंस्टीट्यूट को मिले पार्सल में इसके साथ ही एक चिट्ठी भी थी, जिसमें धमकी भरे लहजे में लिखा था कि जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को संस्थान में प्रवेश नहीं दिया जाए. डीएसपी सुधीर ने मीडिया को बताया कि रानाडे इंस्टीट्यूट को बिल्कुल वैसा ही पार्सल मिला है, जो एफटीआईआई को मिला था. उन्होंने बताया कि संस्थान की ओर से शिकायत के बाद एफआईआर दर्ज की गई है और मामले की जांच की जा रही है.
रानाडे संस्थान, सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय का संचार एवं पत्रकारिता और विदेशी भाषा विभाग है.