भारत में रेलमंत्री बदल गए, लेकिन रेल हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. गुरुवार को निजामुद्दीन एक्सप्रेस गोवा हादसे का शिकार हो गई और इंजन पटरी से नीचे उतर गया. हालांकि चालक की सूझबूझ और सतर्कता के चलते कोई हताहत नहीं हुआ है.
दरअसल, महाराष्ट्र के अहमदनगर रेलवे स्टेशन से मनमाड स्टेशन की ओर तकरीबन 30 किमी की दूरी पर घारगाव में एक छोटे से रेल ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद ट्रेन को हरी झंडी दिखा दी गई. इसके बाद निजामुद्दीन गोवा एक्सप्रेस उस छोटे से रेल ब्रिज (Subway) से गुजर रही थी कि अचानक पटरी का एक हिस्सा टूट गया.
इस पर ट्रेन के चालक ने बेहद सूझबूझ का परिचय दिया और सतर्कता दिखाते हुए ब्रेक लगा दी. इससे बड़ा हादसा होने से टल गया. हालांकि ट्रेन का इंजन पटरी से एक मीटर नीचे उतकर गया. वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे प्रशासन फौरन हरकत में आ गया. निजामुद्दीन गोवा एक्सप्रेस के इंजन को छोड़कर पीछे की सभी बोगियों को पिछले स्टेशन विसापुर पहुंचा दिया गया.
इस हादसे के चलते ट्रेन में सवार यात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा और करीब आठ घंटे तक विसापुर स्टेशन में रुकना पड़ा. इस हादसे के बाद पुणे से लोनावाला और इगतपुरी से मनमाड को डायवर्ट की गईं. इसके अलावा तीन ट्रेनों को रद्द कर दिया गया.
इससे पहले 19 अगस्त 2017 को मुजफ्फरनगर के खतौली रेलवे स्टेशन पर पुरी-हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. इसमें 23 लोगों की जान चली गई थी, जबकि 40 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इसके अलावा 66 लोगों को मामूली चोटें आई थीं.
इसके अलावा उत्कल ट्रेन हादसे के एक सप्ताह के भीतर 23 अगस्त को आजमगढ़ से दिल्ली आ रही 12225 (अप) कैफियत एक्सप्रेस औरैया के पास दुर्घटना ग्रस्त हो गई थी. मानव रहित फाटक पर ट्रेन एक डंपर से टकरा गई. इस हादसे में ट्रेन के इंजन सहित 10 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. घटना में 19 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जबकि 30 लोगों को मामूली चोटें आई थीं.
जानें कब-कब हादसे का शिकार हुई ट्रेनें
20 फरवरी 2017 को दिल्ली जा रही कालिंदी एक्सप्रेस यूपी के टुंडला जंक्शन पर एक मालगाड़ी से टकरा गई, जिसमें तीन डिब्बे और इंजन पटरी से उतर गए.
3 मार्च 2017 को भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में कथित रूप से आतंकी धमाका हुआ. यह घटना कालापीपल और सीहोर रेलवे स्टेशन के बीच हुआ. इसमें 8 लोग घायल हुए थे.
17 मार्च 2017 को बंगलुरु के चित्रदुर्ग में एक एंबुलेंस की ट्रेन से भिड़ंत होने के चलते चार महिलाओं की मौत हो गई.
30 मार्च 2017 को यूपी के कुलपहाड़ स्टेशन के करीब लाडपुर और सूपा के बीच महाकौशल एक्सप्रेस डिरेल हो गई. इस घटना में 52 लोग घायल हो गए थे.
9 अप्रैल 2017 को पश्चिम के दक्षिण पूर्वी रेलवे के हावड़ा-खड़गपुर खंड के पास एक मालगाड़ी का इंजन ही पटरी से उतर गया. हालांकि इस घटना में जानमाल को नुकसान नहीं हुआ.
15 अप्रैल 2017 को मेरठ से लखनऊ जा रही राज्यरानी इंटरसिटी एक्सप्रेस के करीब आठ डिब्बे रामपुर में कोसी पुल के पास पटरी से उतर गए. हादसे में करीब 60 लोग घायल हुए.
23 अप्रैल 2017 को बिहार में भी सहरसा-पटना राज्यरानी एक्सप्रेस की दो बोगियां एक रेलवे स्टेशन पर पटरी से उतर गईं. हालांकि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ.
21 मई 2017 को उन्नाव रेलवे स्टेशन पर लोकमान्य तिलक सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन पटरी से उतर गई. ट्रेन के आठ डिब्बे पटरी से उतर गए थे.
19 अगस्त 2017 को मुजफ्फरनगर के खतौली रेलवे स्टेशन पर पुरी-हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इसमें 23 लोगों की मौत हो गई थी.