एआईएमआईएम विधायक वारिस पठान को 'भारत माता की जय' बोलने से इनकार करने पर महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र से निलंबित कर दिया गया है. वारिस पठान पूरे बजट सत्र के दौरान निलंबित रहेंगे.
बीजेपी के राम कदम ने वारिस से भारत माता की जय बोलने के लिए कहा था. वारिस ने कहा था कि वो 'जय हिंद' बोलेंगे लेकिन 'भारत माता की जय' नहीं कहेंगे . उनके इनकार करने के बाद विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ. बाकी पार्टियों के विधायकों ने उनके निलंबन की मांग की. उनके खिलाफ सर्वसम्मति से प्रस्ताव स्वीकार किया गया है.
सपने में भी देश का अपमान नहीं सोचा
विधानसभा से निलंबित होने के बाद पठान ने कहा कि मैं अपने देश से प्यार करता हूं. मैं यहीं पैदा हुआ हूं और इसी जगह मरूंगा लेकिन भारत माता की जय नहीं बोलूंगा. उन्होंने कहा कि मैंने कभी सपने में भी देश का अपमान नहीं सोचा है.
I request the assembly speaker to reconsider his decision of suspending me-Waris Pathan pic.twitter.com/jl5P6Ndi2h
— ANI (@ANI_news) March 16, 2016
सस्पेंशन पर पुनर्विचार की अपील
पठान ने अपने सस्पेंशन के फैसले पर विधानसभा स्पीकर से पुनर्विचार करने की अपील की. उन्होंने कहा कि एक नारे को लेकर देश से किसी के प्यार पर फैसला नहीं दे सकते. मैं जय हिंद, जय भारत और जय महाराष्ट्र का नारा लगाता हूं.
भायखला से विधायक हैं पठान
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जहां सभी पार्टियों के प्रदर्शन पर असर पड़ा. वहीं औवैसी की पार्टी एमआईएम ने दो सीटों के साथ अपना खाता खोल दिया था. इसी में भायखला सीट से वारिस यूसुफ पठान ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने बीजेपी के मधुकर चव्हाण को हराया था.
लग चुका है देशद्रोह का आरोप
मुंबई धमाकों के दोषी याकूब मेमन को फांसी के बाद हुए हंगामे को लेकर वारिस पठान पर देशद्रोह का आरोप लगा था. याकूब की फांसी का विरोध करने वाले नेताओं के खिलाफ बिहार के हाजीपुर में देशद्रोह का आरोप लगाते हुए कोर्ट में शिकायत की गई थी. कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और शशि थरूर और एमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी और वारिस पठान के खिलाफ आीपीसी की धारा 124 ए और 153 बी के तहत शिकायत दर्ज कराई गई थी.
पार्टी प्रमुख ओवैसी के रास्ते बढ़ाए कदम
इससे पहले एमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का बयान सामने आया था जिसमें ओवैसी ने कहा था कि अगर उनकी गर्दन पर छुरी रख दी जाए, तब भी वे भारत माता की जय नहीं बोलेंगे.