असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के सांसद इम्तियाज जलील के एक बयान पर सियासी घमासान मच गया है. औरंगाबाद से सांसद इम्तियाज जलील ने कहा था कि उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को सत्ता से दूर रखने के लिए किसी के भी साथ गठबंधन को तैयार है. हम महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में शामिल होने को भी तैयार हैं.
एआईएमआईएम के सांसद इम्तियाज जलील के बयान को लेकर बीजेपी ने एमवीए के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. दूसरी तरफ शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने इसे लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि एमवीए तीन दलों शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का गठबंधन है. इसमें चौथे दल के लिए कोई जगह नहीं है.
संजय राउत ने कहा कि दिल्ली में इम्तियाज जलील से मैं भी मिला था लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि हम गठबंधन करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि शिवसेना छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्शों को मानती है और भविष्य में भी इन्हीं आदर्शों पर चलेगी. ऐसे में हम औरंगजेब के सामने झुकने वाली पार्टी से हम कैसे गठबंधन कर सकते हैं. ऐसा सोचो भी मत.
शिवसेना के प्रवक्ता ने कहा कि इस तरह की सोच एक बीमारी है. उन्होंने आरोप लगाया कि एआईएमआईएम के साथ बीजेपी का गुप्त गठबंधन है. ये यूपी में भी दिखा भी. संजय राउत ने ये भी दोहराया कि इस तरह के दलों से हम दूरी बनाते हैं. इधर, विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने इसे लेकर सत्ताधारी गठबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
अब गठबंधन में क्या करेगी शिवसेना- फडणवीस
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि सभी दल बीजेपी के खिलाफ गठबंधन की कोशिश कर सकते हैं. देश और महाराष्ट्र की जनता नरेंद्र मोदी के साथ है और इसी वजह से बीजेपी जीतनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वे सभी एक ही है. अब इस गठबंधन में शिवसेना क्या करती है, हमारा ध्यान इस पर है. देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जब राजनीतिक दल चुनाव हारते हैं तब वे ईवीएम को दोष देते हैं और एआईएमआईएम को बीजेपी की बी टीम कहते हैं. उन्होंने साफ किया कि इस तरह की बातों को महत्व देने की जरूरत नहीं है.