अकोला में एनसीपी के विधायक अमोल मिटकरी पर मंगलवार को मनसे कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया. जब एमएलए हाथ नहीं लगे, तो उनकी गाड़ी पर ही गुस्सा निकालने लगे और गाड़ी को तोड़फोड़ दिया. यह घटना अकोला के सरकारी गेस्ट हाउस की है. यहां 2:30 बजे के आसपास कई सारे मनसे कार्यकर्ता पहुंच गए और एमएलए के खिलाफ नारेबाजी करने लगे.
गुस्साए मनसे कार्यकर्ताओं ने विधायक अमोल मिटकरी की गाड़ी को काफी नुकसान पहुंचाया. इस हमले की वजह, अमोल मिटकरी के उस टिप्पणी को बताया गया जो उन्होंने मनसे प्रमुख राज ठाकरे पर की थी. मिटकरी ने राज ठाकरे को 'सुपारीबाज' कहकर संबोधित किया था. इसके बाद मनसे कार्यकर्ता नाराज हो गए थे.
जब अमोल मिटकरी अकोला के सरकारी गेस्ट हाउस में पहुंचे, तब मनसे कार्यकर्ता भी वहां की बैठक में मौजूद थे. कार्यकर्ताओं ने मिटकरी के गेस्ट हाउस में होने की खबर पाकर उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और गाड़ी पर हमला कर दिया. मिटकरी ने अपनी सुरक्षा के लिए कमरे का दरवाजा बंद कर लिया.
अगर विधायक ने कमरे का दरवाजा बंद नहीं किया होता तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी. पुलिस ने मामले की जानकारी मिलने के बाद कार्रवाई शुरू कर दी है. वहीं घटना के बाद हमलावर मनसे कार्यकर्ता फरार हो गए. मिटकरी ने इस घटना को जानलेवा हमला बताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की बात की है और कहा है कि इस तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
मिटकारी ने कहा कि इस तरह से खुलेआम गुंडागर्दी करेगा तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मैं अकेला था और 40 गुंडे आकर हंगामा करने लगे. मैं अपनी गाड़ी में नहीं था, तब उन्होंने तोड़फोड़ की. विधायक ने कहा कि मनसे सत्ता में नहीं है. उनके कितने विधायक हैं. मनसे को जिधर खाने को खजूर मिलता है. वोलोग उधर जाते हैं.