महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख आज यानी मंगलवार को फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश नहीं होंगे. अनिल देशमुख ने बीमारी का हवाला देकर पेशी से इनकार कर दिया है. हालांकि, अनिल देशमुख के वकील ने कहा कि अगर ईडी उनके द्वारा मांगे गए कागजात सौंप देता है तो देशमुख पेश हो सकते हैं.बता दें कि ईडी ने देशमुख को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए दूसरी बार तलब किया है. मनी लॉन्ड्रिंग के इस मामले में देशमुख के निजी सचिव संजीव पलांडे और निजी सहायक कुंदन शिंदे को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था.
अनिल देशमुख ने दिया बीमारी का हवाला
अनिल देशमुख द्वारा ईडी को भेजे गए पत्र में कहा गया, 'मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप दुर्भावना से किए गए हैं. आज ईडी कार्यालय में उपस्थित रहने में मैं असमर्थ हूं. मेरी उम्र 72 साल है और कई तरह की बीमारियों से मैं ग्रस्त हूं.'
देशमुख की तरफ से आगे कहा गया है कि उनकी जगह अधिकृत प्रतिनिधि को अपाइंट किया गया है. जो सभी तरह के सवालों के जवाब देने के लिए उनकी ओर से समर्थ है. आगे कहा गया है कि जरूरत हो तो देशमुख ऑडियो-वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बयान दर्ज करवा सकते हैं.
अनिल देशमुख ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि वह एक राजनेता पर ऐसे लोगों के कहने पर कार्रवाई करवा रही है, जिन्होंने खुद गंभीर गुनाह किए हैं.
ईडी का दावा - सुलझा लिया मनी लॉन्ड्रिंग केस
महाराष्ट्र में करोड़ों के वसूली के खेल में फंसे अनिल देशमुख की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं. महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ परमबीर सिंह ने कुछ समय पहले वसूली का आरोप लगाया था.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उस पहेली को सुलझाने का दावा किया है, जिसमें मुंबई के बार से करोड़ों रुपये कथित तौर पर महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की जेब में पहुंचे. केंद्रीय जांच एजेंसी के अनुसार, सचिन वाजे ने दिसंबर, 2020 से फरवरी 2021 के बीच मुंबई के ऑर्केस्ट्रा बार से 4.70 करोड़ रुपये इकट्ठे किए, जिसे बाद में उनके निजी सहायक के जरिए से अनिल देशमुख को सौंप दिया गया था.