बॉलीवुड के मशहूर आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई ने बुधवार को खुदकुशी कर ली थी. उनका शव उनके ही एनडी स्टूडियो में लटका हुआ मिला था, जो मुंबई से सटे रायगढ़ के कर्जत इलाके में था. वहीं, आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में पुलिस ने आईपीसी की धारा 306 के तहत रायगढ़ के खालापुर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की है.
एफआईआर में रसेश शाह, एडलवाइस के चेयरमैन केयूर मेहता, स्मित शाह, ईएआरसी कंपनी के आरके बंसल और जितेंद्र कोठारी के नाम शामिल हैं. नितिन देसाई की पत्नी नेहा देसाई के मुताबिक, 2 अगस्त को आत्महत्या करने से पहले देसाई ने एक वकील वृंदा को कुछ वॉयस क्लिप भेजने के लिए अपने वॉयस रिकॉर्डर का इस्तेमाल किया था.
स्टूडियो पर कर लिया कब्जा
वकील वृंदा ने वही वॉयस क्लिप नेहा देसाई के साथ साझा की है. एफआईआर के मुताबिक, वॉयस क्लिप में नितिन ने कहा, "राशेश शाह एक मधुर बोलने वाले हैं. मगर, उसने उसके स्टूडियो पर कब्जा कर लिया, जिसे मैंने कड़ी मेहनत से बनाया था. मैंने उसे 100 से अधिक बार फोन किया, लेकिन उसने जवाब नहीं दिया.
उन लोगों ने 138, ईओडब्ल्यू, एनसीएलटी, डीआरटी के माध्यम से मुझे परेशान किया. मेरे पास दो-तीन निवेशक थे, जो निवेश करने के लिए तैयार थे. मगर, उन लोगों ने मदद नहीं की. उन्होंने मुझ पर दोगुना कर्ज चढ़ाया और मुझ पर दबाव डाला. केवल अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए वे अन्य तरीकों से मुझ पर दबाव डाल रहे हैं.
स्मित शाह, केयूर मेहता, आरके बंसल पर आरोप
स्मित शाह, केयूर मेहता, आरके बंसल ने मेरे स्टूडियो को हड़पने की कोशिश की. वे मुझे फंसाने की कोशिश कर रहे हैं. उन लोगों ने मुझे बर्बाद कर दिया है. उन्होंने मुझे पैसे के लिए धमकाया है और मुझ पर दबाव बना रहे हैं. उन लोगों ने मुझे मेरा ऑफिस बेचने को कहा है. वे एक मराठी कलाकार को मारने, बर्बाद करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने एक साजिश रची, मुझे फंसाया और मुझे बर्बाद कर दिया. उन लोगों ने मुझे वो काम करने के लिए मजबूर किया, जिसके बारे में मैंने कभी नहीं सोचा था."
नितिन देसाई की कंपनी पर 252 करोड़ रुपये का था कर्ज
बता दें कि आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई के कंपनी एनडी आर्ट वर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड पर 252 करोड़ रुपये का कर्ज था. उन्होंने 2016 और 2018 में ECL फाइनेंस से 185 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था. जनवरी 2020 से कर्ज का भुगतान करने में दिक्कत आ रही थी. रायगढ़ जिले की उरां विधानसभा से निर्दलीय विधायक महेश बालदी ने दावा किया है कि नितिन देसाई आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे और शायद इसी वजह से उन्होंने ये कदम उठाया है.