ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मुंबई के मुंब्रा में शनिवार को जनसभा को संबोधित किया. मुंब्रा के सुबुरबन इलाके में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने शिवसेना, उद्धव ठाकरे के साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) पर जमकर हमला बोला.
ओवैसी ने साफ कहा कि पार्टी गंवाने के कारण उद्धव ठाकरे से मुझे कोई सहानुभूति नहीं है. उन्होंने 90 के दशक में दंगों को लेकर शिवसेना पर हमला बोला. असदुद्दीन ओवैसी ने सवालिया लहजे में कहा कि मुंब्रा अस्तित्व में क्यों आया? वे कौन लोग थे जिन्होंने बुजुर्गों को मुंबई से भागकर यहां आने के लिए मजबूर किया? मैं कुछ भी नहीं भूला हूं और आप मुझसे पूछते हैं कि क्या मुझे उद्धव ठाकरे से सहानुभूति है?
उन्होंने कहा कि मैं उन दिनों को नहीं भूल पाया जब लोगों को टाडा के तहत सलाखों के पीछे डाल दिया गया था. ओवैसी ने ये भी कहा कि दावा किया जा रहा है कि उद्धव ठाकरे गुट सेक्युलर था. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे एक ही हैं. ओवैसी ने सवाल किया कि क्या राहुल गांधी ये कह सकते हैं कि शिवसेना सेक्युलर है? उन्होंने कांग्रेस और एनसीपी को भी निशाने पर लिया.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी ने भी मुसलमानों के लिए कुछ भी नहीं किया. उन्होंने औरंगाबाद का नाम बदलकर सांभाजी नगर किए जाने को लेकर शरद पवार पर भी निशाना साधा. ओवैसी ने कहा कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार औरंगाबाद का नाम बदले जाने पर चुप्पी साधे रखे. मैं शरद पवार से पूछना चाहता हूं कि हमारे एक धर्मस्थल पर हमला किया गया.
शरद पवार मुस्लिमों के वोट मांगने जाएंगे
उन्होंने कहा कि विशालगढ़ में हमारे जिस धर्मस्थल पर हमला किया गया, वह 500 साल पुरानी दरगाह थी. ओवैसी ने कहा कि शरद पवार इस पर कुछ नहीं कहेंगे लेकिन वे पुणे में मुस्लिमों के वोट मांगने जाएंगे. उन्होंने कहा कि मोदी को रोकने का तर्क देकर उन्हें हमारे वोट चाहिए. ओवैसी ने कहा कि उनकी अपनी में ही किसे जमानत मिल गई? उन्होंने कहा कि क्या नवाब मलिक को जमानत मिली?
ओवैसी ने कहा कि मुझ पर भड़काऊ भाषण के आरोप लगते हैं लेकिन मैं सच बोल रहा हूं. उन्होंने कहा कि मुस्लिम आरक्षण की बात कोई राजनीतिक दल नहीं करता. ओवैसी ने कहा कि क्या महाराष्ट्र के मुसलमानों को आरक्षण नहीं मिलना चाहिए? अधिकतर भूमिहीन मुसलमान महाराष्ट्र में हैं. उन्होंने कहा कि शरद पवार इन सब मुद्दों पर बात नहीं करेंगे.