AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी औरंगाबाद दौरे पर हैं. वे सांसद इम्तियाज जलील के निवास पर रोजा इफ्तार में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने लाउडस्पीकर को लेकर भाजपा शिवसेना पर हमला बोला. ओवैसी ने कहा, भाजपा-शिवसेना जब सत्ता में थी तब उन्हें लाउडस्पीकर की समस्या का एहसास नहीं था. भाजपा द्वारा नफरत को संस्थागत बनाया जा रहा है. राज ठाकरे सिर्फ नफरत के इस संस्थानीकरण को बढ़ावा दे रहे हैं.
उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय को सामूहिक सजा दी जाती है. राज्यों पर अब लोकतंत्र नहीं बल्कि बुलडोजर का शासन है. ओवैसी ने कहा कि अगर कोई मुसलमान कट्टर हो जाएगा तो यह देश के लिए अच्छा नहीं होगा. AIMIM चीफ ने कहा, कानून व्यवस्था सर्वोच्च है. इसके साथ खिलवाड़ किया जाना सही नहीं है. महाराष्ट्र में शांति बनाए रखने के लिए सरकार जिम्मेदार है.
पीएम आवास के सामने नमाज अता करूं तो मुझे गोली मार दी जाएगी
औरंगाबाद में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, मुसलमानों को पंचिंग बैग कोई नहीं बना सकता, ऐसा करने की हिम्मत किसी में नहीं है. ओवैसी ने कहा, सभी पार्टियों में यह साबित करने की होड़ है कि कौन ज्यादा हिंदू है. उन्होंने कहा, अगर मैं कहूं कि मैं पीएम आवास के सामने नमाज अता करना चाहता हूं तो मुझे वहां तैनात बल द्वारा गोली मार दी जाएगी. अगर हम कहते हैं कि हम सभी भाजपा नेताओं के सामने प्रार्थना करेंगे, तो यह उचित नहीं है. लेकिन ऐसी परिस्थितियों में राजद्रोह कानून भी साबित नहीं होता है. सुप्रीम कोर्ट इसकी बारीकी से जांच कर रहा है.
AIMIM प्रमुख ने कहा, संजय राउत अपनी लड़ाई में मुझे न घसीटें. उन्हें राज ठाकरे को भड़काने के लिए हिंदू ओवैसी के रूप में मेरा नाम नहीं लेना चाहिए. यह ठाकरे के परिवार की अंदरूनी कलह है. उन्हें इसका समाधान निकालने का प्रयास करना चाहिए.
समान नागरिक संहिता का विरोध
ओवैसी ने समान नागरिक संहिता का विरोध किया. उन्होंने कहा इस देश में समान नागरिक संहिता की जरूरत नहीं है. AIMIM चीफ ने कहा, बीजेपी शासित राज्य शराब पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगा रहे हैं? उन्हें इसे तुरंत करना चाहिए. शराब हर बुराई का मूल कारण है.
देशद्रोह के आरोप को साबित करना बहुत मुश्किल
राणा दंपत्ति पर देशद्रोह के आरोप पर उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट इसकी जांच कर रहा है. राणा दंपत्ति को उद्धव ठाकरे के घर जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करने की चुनौती देने से बचना चाहिए. उन्होंने कहा कि देशद्रोह के आरोपों को साबित करना बहुत मुश्किल है.
गौरतलब है कि हाल ही में हैदराबाद में नमाज के बाद लोगों से बात करते वक्त असदुद्दीन ओवैसी रो गए. रोते हुए कहा कि खरगोन में मुसलमानों के घर तोड़ दिए, जहांगीरपुरी में उनके साथ हिंसा हुई, लेकिन वे मैदान नहीं छोड़ने वाले हैं. उन्हें मौत से भी डर नहीं लगता है.
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