scorecardresearch
 

महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह में 'लू' लगने से 13 की मौत, कई लोग अस्पताल में भर्ती

महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह में लू लगने की वजह से मौतों का आंकड़ा बढ़कर 13 हो गया है. इसके अलावा अभी भी कई लोग अस्पताल में भर्ती हैं, जिनका इलाज चल रहा है. बता दें कि सीएम शिंदे ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये सहायता राशि देने की घोषणा की है.

Advertisement
X
लू लगने से कई लोगों की मौत (Photo- PTI)
लू लगने से कई लोगों की मौत (Photo- PTI)

अप्रैल महीना आधा बीत चुका है और इसी के साथ गर्मी विकराल रूप लेने लगी है. आलम ये है कि गर्मी की चपेट में आकर लोगों की जान तक चली जा रही है. ऐसा ही मामला महाराष्ट्र में सामने आया है, जहां हीट स्ट्रोक यानी लू लगने के कारण 13 लोगों की मौत हो गई. वहीं 50 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कई लोगों का इलाज चल रहा है. 

Advertisement

न्यूज एजेंसी के मुताबिक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार देर रात बताया था कि नवी मुंबई में आयोजित 'महाराष्ट्र भूषण' पुरस्कार समारोह में हीट स्ट्रॉक की चपेट में आने के कुछ ही घंटों बाद अस्पतालों में 7 लोगों की मौत हो गई. शिंदे ने रविवार रात पत्रकारों से बातचीत में इन मौतों को 'बेहद दुर्भाग्यपूर्ण' बताया. हालांकि अब मौतों का आकंड़ा बढ़कर 13 हो गया है.

उन्होंने बताया, "डॉक्टरों से मिली ब्रीफिंग के मुताबिक 7-8 लोगों की मौत हुई है, जबकि करीब 24 का इलाज चल रहा है. यह लू लगने का मामला है. करीब 50 लोगों को नवी मुंबई स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिनमें से 24 अभी भी भर्ती हैं, बाकी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है."

कार्यक्रम में पहुंचे थे अमित शाह

Advertisement

बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुंबई शहर के पास खारघर में एक खुले मैदान में अप्पासाहेब धर्माधिकारी को पुरस्कार देने के लिए आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित थे. घटना स्थल के निकटतम मौसम केंद्र ने अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया. कार्यक्रम में लाखों लोग पहुंचे थे.

मृतक के परिजनों को 5 लाख मुआवजा

शिंदे ने बताया कि मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने कहा, लू के कारण इलाज करा रहे लोगों का इलाज मुफ्त होगा. राज्य उनके इलाज के लिए सरकारी खजाने से अस्पताल का बिल भरेगी.

हीट स्‍ट्रोक क्या होता है?

हीट स्‍ट्रोक या सन स्‍ट्रोक को आम भाषा में 'लू लगना' बोलते हैं. ये तब होता है, जब आपका शरीर अपने तापमान को कंट्रोल नहीं कर पाता. हीट-स्ट्रोक होने पर शरीर का तापमान तेजी से बढ़ता है और कम नहीं हो पाता. जब किसी को लू लगती है तो शरीर का स्वेटिंग मैकेनिज्म यानी पसीना तंत्र भी फेल हो जाता है और इंसान को बिल्कुल पसीना नहीं आता. हीट-स्ट्रोक की चपेट में आने पर 10 से 15 मिनट के अंदर शरीर का तापमान 106°F या इससे अधिक हो सकता है. समय रहते इसका इलाज नहीं किया गया तो इंसान की मौत या ऑर्गन फेल भी हो सकता है.

Advertisement

हीट-स्ट्रोक के लक्षण 

हीट-स्ट्रोक के लक्षण अगर पहचान लिए जाएं तो उसके इलाज में समय रहते मदद मिल सकती है. इसलिए हीट-स्ट्रोक के सारे लक्षणों की पहचान होनी जरूरी है. 

-सिर दर्द
-डिमेंशिया 
-तेज बुखार 
-होश खो देना 
-मानसिक स्थिति बिगड़ना 
-मतली और उल्टी 
-त्वचा का लाल होना 
-हार्ट रेट बढ़ना 
-त्वचा का नर्म होना 
-त्वचा का सूखना

हीट-स्ट्रोक से राहत पाने के उपाय 

अगर किसी को लू लगती है और उसका समय पर इलाज न किया जाए तो कुछ गंभीर समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें ऑर्गन फेल, मौत, ब्रेन डेड भी शामिल हैं. अगर किसी को लू लगी है तो तुरंत नीचे बताए हुए प्रारंभिक तरीके अपना सकते हैं. 

-जिस व्यक्ति को लू लगी है उसे धूप में न रखें
-कपड़ों की मोटी लेयर हटा दें और हवा लगने दें 
-शरीर को ठंडक पहुंचाने के लिए कूलर या पंखे में बैठाएं
-ठंडे पानी से नहलाएं 
-शरीर को ठंडे पानी के कपड़े से पोछें 
-सिर पर आइस पैक या कपड़े को ठंडे पानी से गीला करके रखें 
-ठंडे पानी में भीगे तौलिये को सिर, गर्दन, बगल और कमर पर रखें

Advertisement
Advertisement