उत्तर प्रदेश में दो दिन पहले मारे गए गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के समर्थन में महाराष्ट्र के बीड जिले के माजलगांव शहर के भर चौक पर एक बैनर लगाया गया था. उस बैनर में अतीक अहमद को शहीद लिखा गया था. इसके बाद लोग भड़क गए. बाद में पुलिस इंस्पेक्टर से शिकायत होने के बाद उक्त बैनर को हटा दिया गया. शहर में विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल की ओर से आंदोलन छेड़ने के बाद पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है.
बताते चलें कि पूर्व सांसद अतीक अहमद के खिलाफ उत्तर प्रदेश में 100 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे. अतीक और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात करीब साढ़े दस बजे प्रयागराज में तीन बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. देखा जा रहा है कि कुछ आसमाजिक लोग इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने की साजिश कर रहे हैं.
विहिप और बजरंग दल ने किया विरोध
मंगलवार की सुबह बीड जिले के मजलगांव शहर के एक चौक पर अतीक और उसके भाई का पोस्टर लगाया गया. इसमें पुलिस हिरासत में हुई हत्याओं की निंदा करते हुए दोनों को शहीद बताया है. मजलगांव विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने उक्त घटना को लेकर विरोध किया और पुलिस से कार्रवाई करने की मांग की.
पुलिस ने हटवाया बैनर, हिरासत में दो लोग
पुलिस निरीक्षक शितलकुमार बल्लाळ ने बताया कि मामले के सामने आने के बाद बैनर को हटवा दिया गया है. साथ ही जिसने बैनर बनाया और लगाया उन दोनों को हिरासत में लिया गया है.
मेडिकल चेक-अप के लिए ले जाते वक्त हुई थी हत्या
बताते चलें कि उमेश पाल हत्याकांड के अतीक अहमद और अशरफ को प्रयागराज में कॉल्विन अस्पताल में चेक-अप के लिए ले जाया जा रहा था. रात करीब साढ़े 10 बजे के आस-पास जब पत्रकार दोनों से चलते-चलते सवाल पूछ रहे थे. इसी दौरान 3 बदमाशों ने तुर्की की बनी जिगाना पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग करके दोनों की हत्या कर दी थी. पुलिस ने हमलावरों को मौके से दबोच लिया था.
(इनपुट- रोहिदास हातागले)