महाराष्ट्र में औरंगाबाद शहर के उपायुक्त राहुल श्रीरामे के खिलाफ एक 22 वर्षीय लड़की ने बलात्कार का मामला दर्ज कराया है. पीड़िता ने आजतक से बात करते हुए अपनी आपबीती सुनाई. इस दौरान उसके साथ उसकी मां भी मौजूद थी. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.
इस पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है. लड़की के मुताबिक वो पिछले एक महीने से शिकायत लेकर पुलिस के चक्कर लगा रही थी. लेकिन पुलिस उसकी शिकायत दर्ज नहीं कर रही थी. किसी ने भी पीड़िता की मदद नहीं की. पीड़ित लड़की ने वरिष्ठ अधिकारी को भी अपनी आपबीती सुनाने की कोशिश की लेकिन सब आना-कानी करते रहे.
आखिरकार, लड़की ने औरंगाबाद पुलिस के वॉट्सएप ग्रुप पर अपनी शिकायत पोस्ट की, तब जाकर पुलिस ने लड़की के साथ बलात्कार, उत्पीड़न, धमकाए जाने और पिटाई करने का मामला दर्ज किया.
पीड़ित लड़की ने आजतक से बात करते हुए बताया कि इस वर्ष फरवरी महीने में शहर के गरवारे स्टेडियम पर उसकी उपायुक्त राहुल श्रीरामे से पहचान हुई. लड़की के मुताबिक उपायुक्त राहुल श्रीरामे ने खुद उससे बात करना शुरू किया. जब पीड़ित लड़की ने MPSC की तैयारी कर रही थी तो उपायुक्त ने लड़की को पढाई में गाइडेंस देने का आश्वासन दिया.
एक महीने के वॉट्सएप चैटिंग के बाद एक दिन लड़की को बुक्स देने के बहाने उसने फ्लैट में बुलाया. और फिर वहां उसे शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए. इस दौरान आरोपी अधिकारी ने उसे नौकरी दिलाने का आश्वासन भी दिया था.
लड़की का आरोप है कि फरवरी से लेकर मई के महीने तक उपायुक्त राहुल श्रीरामे उससे लगातार शारारिक संबंध बनाता रहा और बाद में लड़की से ये कहकर छुटकारा पाने की कोशिश करने लगा कि वह शादी-शुदा है. एक बार उपायुक्त राहुल श्रीरामे ने पीड़ित लड़की को बातचीत के लिए घर पर बुलाया और बाद में लड़की के साथ बदसलूकी की. उसे धमकाया भी. लड़की जब वहां से भागने लगी तो फ़िल्मी स्टाइल में पुलिस कॉन्स्टेबल से लड़की के ऑटोरिक्शा का पीछा भी कराया.
अब पीड़िता की गुहार पर कार्रवाई करते हुए 27 को औरंगाबाद के MIDC CIDCO पुलिस ने उपायुक्त राहुल श्रीरामे के खिलाफ IPC 376, 323, 417, 506 का मामला दर्ज किया है. इस मामले में शहर आयुक्त चिरंजीव प्रसाद ने उपायुक्त राहुल श्रीरामे (आरोपी) को 12 जून से छुट्टी पर भेज दिया है.
शर्मिंदगी वाली बात यह है कि पीड़ित लड़की एक पुलिस कॉन्स्टेबल की बेटी है. इस मामले में उपायुक्त राहुल श्रीरामे से आजतक ने बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने किसी भी मेसेज का जवाब नहीं दिया वही आयुक्त चिरंजीव प्रसाद ने भी इस सवाल का जवाब देने से बचते रहे.