महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित तुलजा भवानी मंदिर में एक हफ्ते से चढ़ावे की गिनती जारी है. अभी तक 207 किलो सोना, 1280 किलो चांदी और 354 हीरे मिल चुके हैं. गिनती आने वाले 15 दिन और जारी रहेगी. हर 15 साल में एक बार मंदिर में आए चढ़ावे की गिनती होती है.
तुलजा भवानी मंदिर में पिछले एक हफ्ते से चढ़ावे की गिनती जारी है. अब तक आए चढ़ावे को देखकर मंदिर प्रशासन काफी खुश है. बताया जा रहा है कि अभी भी इतना चढ़ावा गिनने के लिए बचा है कि उसमें करीब दो हफ्ते का समय लग सकता है.
मंदिर के अधिकारी ने बताया कि फिलहाल तुलजा भवानी मंदिर में पिछले सात दिनों से चढ़ावे की गिनती का काम लगातार चल रहा है. नोटों की गिनती अलग हो रही है, जबकि सोने और चांदी के आभूषणों को अलग रखकर उनका वजन किया जा रहा है.
35 लोगों की टीम कर रही है लगातार गिनती
वहीं, तुलजा भवानी मंदिर के जनसंपर्क अधिकारी विश्वास कदम ने बताया कि करीब 35 लोगों की टीम सुबह 10:00 बजे से शाम को 6:30-7:00 बजे तक चढ़ावे की गिनती करती है. रुपयों और आभूषणों को अलग-अलग करने में भी काफी समय लगता है.
इन करीब नौ घंटों के काम करने के दौरान काम कर रही टीम के लोगों को खाना और नाश्ता भी मंदिर की ओर से दिया जाता है. चढ़ावे की गिनती वाली जगह पर 35-40 कैमरे लगे हुए हैं. ऐसा इसलिए ताकि एक भी पाई-पाई का हिसाब रहे.
औरंगाबाद से 280 किमी दूर स्थित है यह मंदिर
बताते चलें कि तुलजा भवानी मंदिर औरंगाबाद से करीब 280 किलोमीटर दूर है. हर साल लाखों भक्त मंदिर में माता के दर्शन करने आते हैं. तुलजा भवानी महाराष्ट्र की कुलदेवी हैं. यहां देवी की मूर्ति से 5 फीट दूर 'चोपदार दरवाजा' बना है. वीआईपी लोगों को इसी दरवाजे से तुलजा भवानी माता के दर्शन कराए जाते हैं.