बाबा सिद्दीकी हत्याकांड मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच से उनके बेटे जीशान सिद्दीकी नाखुश हैं. एनसीपी नेता जीशान सिद्दीकी ने गुरुवार को मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की और अपने पिता की हत्या की चल रही जांच को लेकर कई चिंताएं जताईं.
जीशान ने जांच में कई खामियां होने का आरोप लगाया और दावा किया कि जिन संदिग्धों की उन्होंने पहचान की थी, उनसे अभी तक पूछताछ नहीं की गई है. मीडिया से बात करते हुए जीशान ने कहा,'मैंने जिन लोगों को संदिग्ध बताया है, उनसे पूछताछ नहीं की गई है. क्या बिल्डर लॉबी शामिल है? पुलिस ने उन बिल्डरों से पूछताछ क्यों नहीं की? जिन्हें मैंने पहचाना था.'
'किसे बचाने की हो रही कोशिश'
बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान ने आगे कहा,'मुख्य संदिग्ध-अनमोल बिश्नोई, शुभम लोनकर और जीशान अख्तर अभी भी फरार हैं. पुलिस इन लोगों को हिरासत में लिए बिना कैसे यह निष्कर्ष निकाल सकती है कि बिल्डर इसमें शामिल नहीं थे? मुझे नहीं पता कि कौन किसको बचाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन हम पूरी जांच सुनिश्चित करेंगे.'
CM और डिप्टी CM से मिलेंगे जीशान
जीशान ने आगे कहा,'मैंने पुलिस के साथ कई नाम साझा किए हैं और जल्द ही और नाम बताने का इरादा है.' जीशान ने अधिकारियों से कोई जवाब नहीं मिलने पर निराशा व्यक्त की और अदालतों सहित कानूनी चैनलों के माध्यम से जवाब मांगने की कसम खाई. उन्होंने कहा कि वे इस मामले को लेकर जल्द ही उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलेंगे.'
जांच पर उठाए ये सवाल
> पुलिस ने अनमोल बिश्नोई को मास्टरमाइंड बताया है और शुभम लोनकर और जीशान जो हत्या के प्लान को अंजाम दे रहे थे, वह अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं तो बिना उनकी गिरफ्तारी के पुलिस ने इस केस में मोटिव कैसे स्थापित किया?
> जिनके नाम दिए थे, उनसे पुलिस ने पूछताछ क्यों नहीं की. जीशान सिद्दीकी ने गुंजाइश जताई थी कि एसआरए डेवलपमेंट को लेकर यह हत्या हुई है, लेकिन पुलिस ने बिना किसी ठोस गवाह और सबूत के इस गुंजाइश को क्यों और कैसे खारिज कर दिया?
> जीशान ने बातों ही बातों में कहा कि पता नहीं किस बचाने की कोशिश हो रही है. पूरी मुंबई क्राइम ब्रांच पिछले तीन महीनों से सिर्फ इसी केस पर काम कर रही है, लेकिन फिर भी तीन शूटरों के अलावा जिन बाकी 23 लोगों की गिरफ्तारी हुई है उनको या तो हत्या के प्लान की जानकारी थी या तो वह इस प्लान की एक छोटी सी कड़ी थे. पुलिस के हाथ कोई बड़ी कामयाबी नहीं लगी है.
चार्जशीट के लिए कोर्ट में की अपील
जीशान सिद्दीकी ने बताया कि पुलिस ने कहा कि वे चार्जशीट नहीं दे सकते. इसलिए हमने इसके लिए कोर्ट में अपील की है. हम ज्वाइंट कमिश्नर गौतम लखमी से मिलने गए थे, ताकि पता चल सके कि जिन लोगों पर मुझे और मेरे परिवार को शक था, जिनका नाम हमने अपने बयानों में लिया था, क्या वे लोग हैं. मुझे जानकारी मिली है कि उनसे पूछताछ नहीं की गई है. मुझे समझ में नहीं आ रहा कि इन बिल्डरों को क्यों बचाया जा रहा है. मेरे पिता को गोली लगने के दो सेकंड बाद ही यह नैरेटिव सेट किया जा रहा था कि बिश्नोई ने यह किया है.