महाराष्ट्र में नए मुख्यमंत्री को लेकर चेहरा तय नहीं हो सका है. बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के नाम की चर्चाएं हैं. इस बीच, शिवसेना ने दावा किया है कि महायुति में सीट शेयरिंग के वक्त शिवसेना को ही सीएम पद दिए जाने का आश्वासन मिला था. शिवसेना ने यह भी साफ कर दिया कि पार्टी प्रमुख एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम का पद स्वीकार नहीं करेंगे. इस सबके बीच, बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने देवेंद्र फडणवीस को एक बार फिर दिल्ली बुलाया है.
एकनाथ शिंदे गुट का कहना है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एकनाथ शिंदे की वजह से महायुति की शानदार जीत सिर्फ हुई है. शिवसेना नेता संजय शिरसाट का कहना था कि एकनाथ शिंदे के नाम पर विधानसभा चुनाव लड़ा गया था. वे मुख्यमंत्री के रूप में वापसी के हकदार हैं. वो उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार नहीं करेंगे.
सीट शेयरिंग से पहले क्या तय हुआ था?
शिवसेना के शीर्ष सूत्रों ने दावा किया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले यह तय हुआ था कि अगर महायुति को बहुमत मिलता है और दोबारा सरकार बनाने का मौका मिलता है तो शिवसेना को मुख्यमंत्री पद दिया जाएगा.
तो शिंदे ही सीएम बने रहेंगे?
सूत्रों ने कहा, बीजेपी के शीर्ष नेताओं के साथ बैठकें हुई थीं. उन बैठकों में ही यह निर्णय लिया गया था कि बीजेपी ज्यादा से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी और चुनाव लड़ेगी. हालांकि, महायुति में कौन-कितनी सीटों पर जीतकर आया है, यह मायने नहीं रखा जाएगा. अगर नतीजों में महायुति बहुमत हासिल करती है तो शिंदे ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे.
बीजेपी ने रिकॉर्ड 132 सीटें जीतीं
विधानसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी गठबंधन ने प्रचंड जीत हासिल की है. महायुति में बीजेपी के सबसे ज्यादा 132 उम्मीदवारों ने चुनाव जीता. शिवसेना ने 57 और एनसीपी ने 41 सीटों पर जीत हासिल की. JSS को 2 और RSJP को एक सीट पर जीत मिली. बीजेपी ने इस बार चुनाव में 149 उम्मीदवार उतारे थे. जबकि शिवसेना ने 81 और एनसीपी ने 59 प्रत्याशियों को टिकट दिया था. बीजेपी ने 2019 के चुनाव में 152 उम्मीदवार उतारे थे.
'शिवसेना ने क्या कहा है...'
शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा, अगर बीजेपी हमारी मांग (शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने की) पूरी करती है तो लोगों में अच्छा संदेश जाएगा. अगर शिंदे मुख्यमंत्री बनते हैं तो भविष्य के चुनाव हमारे लिए फायदेमंद साबित होंगे.
बीजेपी खेमे में क्या तैयारी?
सूत्रों का कहना है कि बीजेपी मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस के नाम पर अड़ी हुई है और उसने 'बिहार मॉडल' से इनकार कर दिया है. दरअसल, महायुति में सहयोगी शिवसेना के कुछ नेताओं ने यह सुझाव दिया था कि महाराष्ट्र में भी एनडीए को बिहार की तरह शिवसेना का मुख्यमंत्री बनाना चाहिए. बिहार में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन मुख्यमंत्री जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार हैं.