महाराष्ट्र के भंडारा जिले में तीन मासूम बच्चियों से दुष्कर्म और हत्या की घटना को लेकर जिले में तनाव का माहौल है.
घटना के 6 दिन बाद भी पुलिस एक भी आरोपी को पकड़ने में कामयाब नहीं हो सकी है. जिसे लेकर लोगों में गुस्सा है. इस मामले में एक पुलिस अधिकारी निलंबित कर दिया गया है.
पीड़ित के परिवारवालों की मांग है कि दोषियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने परिवार को 10 लाख के मुआवजे का एलान किया है और लोगों से शांति की अपील की है. महिला आयोग ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है.
गौरतलब है कि पिछले गुरुवार (14 फरवरी) को भंडारा जिले में तीन बहनों से दुष्कर्म और हत्या का मामला सामने आया था जिसके बाद से तनाव की स्थिति बनी हुई है. शव के पोस्टमार्टम से पता चला था कि छह, नौ और 11 वर्षीय बहनों के साथ अप्राकृतिक रूप से दुष्कर्म किया गया था.
अधिकारियों के मुताबिक तीनों बहनें पिछले गुरुवार (14 फरवरी) को स्कूल से वापस नहीं लौटी थीं. उनकी मां ने उनके लापता होने की शिकायत लखनी पुलिस थाने में दर्ज कराई थीं.
दो दिनों बाद कुछ ग्रामीणों को गांव से करीब तीन किलोमीटर दूर मरमाडी के निकट एक कुएं में उनके क्षत-विक्षत शव पड़े होने का पता चला. इसके बाद पुलिस ने दुर्घटना में हुई मृत्यु का मामला दर्ज किया था.
ग्रामीणों के आक्रोश और प्रदर्शन के बाद ही पुलिस ने हत्या, अपहरण और दुष्कर्म का मामला दर्ज किया.