scorecardresearch
 

बीजेपी नेता ने उड़ाया गरीबों का मजाक, बोले- 5 रुपये में मिलता है भरपेट भोजन

ऐसा लगता है कि सत्ता में आते ही बीजेपी नेताओं के सुर बदल गए हैं. महाराष्ट्र के एमएलसी आशीष सेलार ने गरीबों का मजाक उड़ाते हुए कहा कि 5 रुपये में भरपेट भोजन मिलता है.

Advertisement
X
आशीष सेलार
आशीष सेलार

ऐसा लगता है कि सत्ता में आते ही बीजेपी नेताओं के सुर बदल गए हैं. महाराष्ट्र के एमएलसी आशीष सेलार ने गरीबों का मजाक उड़ाते हुए कहा कि 5 रुपये में भरपेट भोजन मिलता है.

Advertisement

बीजेपी ने आज महंगाई की मारी जनता के साथ भरपेट मजाक किया. मुंबई में बीजेपी नेता आशीष सलारे ने पांच रुपये में भरपेट खाने का बयान देकर सियासी बदहजमी पैदा कर दी.

एक कप चाय- 7 रुपये, एक अदद रोटी- 3 रुपये, दाल की प्लेट- 20 रुपये. वड़ा पाव प्लेट- 13 रुपये, भरपेट खाना- 40 रुपये तक...

मोदी जी के महंगे जमाने में खाने पीने के इस सबसे सस्ते रेट कार्ड को अब भूल जाइए. बीजेपी के ही एक बड़े नेता ने वो फॉर्मूला तलाश लिया है, जिसके तहत सिर्फ पांच रुपये में भरपेट और भरपूर भोजन की गारंटी है. जिस पांच रुपये में सिर्फ ठंडा पानी या गरम चाय नसीब हो, उसी दाम में भरपेट खाने के होटल का पता ठिकाना मुंबई के बीजेपी नेता आशीष सेलार ने जनहित में जारी कर दिया है.

Advertisement

सेलार ने कहा, 'मुंबई में एक ओर जहां महंगी डिश खाने में मिलती है तो दूसरी तरफ पांच रुपये में पेटभर खाना भी मिलता है.'

दिल्ली में मोदी सरकार प्याज चालीसा का जाप कर रही है तो इधर मुंबई में उनके ही नेता पांच रुपए में भरपेट खाने का चमत्कार दिखा रहे हैं. पांच रुपया में भरपेट खाने का बयान दिल्ली तक पहुंचा तो सियासी हाजमा बिगड़ने लगा. कांग्रेस के वो बयान भी सियासी म्‍यूजियम से निकाले जाने लगे, जो पांच पांच रुपये में भरपेट खाने का एड्रेस बता रहे थे. कांग्रेस के राज बब्बर ने महंगाई पर मजाक में सात रुपए की बाजी मार ली थी. 12 रुपये में भरपेट खाने का तर्जुबा भरी महफिल में मजे ले लेकर बताया था.

पांच रुपए में भरपेट खाने का फंडा बीजेपी से पहले कांग्रेस के एक धाकड़ नेता भी तलाश चुके हैं. मसला मुंबई के बजाय दिल्ली का है, जहां मनमोहन सरकार के महंगे दिनों में राशिद मसूद ने पांच रुपये में भरपूर थाली का नुस्खा दिल्ली वालों को थमा दिया था.

जिस देश में आलू प्याज दाल चावल तक का भाव आसमान छू रहा है, जो सरकार महंगाई के सामने घुटने टेक रही है, जहां हर रोज महंगाई की नई किश्त जनता के सिर पर लाद दी जाती हो वहां पांच रुपये में भरपेट खाने का बयान किस सोच और सरोकार का पैमाना तय करता है. क्या नेताजी पांच रुपये में खुद भरपेट खाने की हिम्मत दिखा सकेंगे.

Advertisement
Advertisement