महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच भारतीय जनता पार्टी ने शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस पर तंज कसा है. बीजेपी नेता राम कदम ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी शिवसेना को अलग-थलग करने की कोशिश में हैं.
एनसीपी प्रमुख शरद पवार के कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद यह बात कही. उन्होंने कहा पिछले 28 दिनों से तीनों दलों की केवल बैठकें हो रही हैं, वे सरकार कब बनाएंगे? कदम ने कहा, 'कांग्रेस और एनसीपी शिवसेना को किनारे करने की कोशिश कर रहे हैं. जब राज्यपाल ने सरकार बनाने के लिए 24 घंटे का समय दिया तब शिवसेना के नेताओं ने कहा कि हमें 24 घंटे और दीजिए.'
उन्होंने कहा, तीनों दलों की विचारधारा अलग-अलग है. पिछले 28 दिनों में वो एजेंडा तय नहीं कर पाए हैं. वे लोकतंत्र और महराष्ट्र के लोगों का मजाक उड़ा रहे हैं.
राम कदम ने कहा कि रामदास अठावले हमारे नेता हैं लेकिन जो करना है वह भाजपा के वरिष्ठ नेता करेंगे. हम हमेशा से ही महाराष्ट्र और किसानों के लिए सकारात्मक रहे हैं. लेकिन हमारे गठबंधन के साथियों ने नकारात्मक बयान दिए.
पवार के बयान के बाद सस्पेंस!
दरअसल महाराष्ट्र में सरकार गठन पर सस्पेंस की स्थिति बनी हुई है. सोनिया गांधी से मीटिंग के बाद शरद पवार ने सोमवार को कहा था कि अब तक सरकार गठन को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई. हमने अन्य मुद्दों पर बातचीत नहीं की. हम स्थिति पर नजर बनाए रखेंगे. सभी नेताओं की राय लेने के बाद ही आगे का रास्ता तय करेंगे. शरद पवार ने यह भी कहा कि स्वाभिमानी शेतकरी संगठन भी हमारे साथ है. उनके विधायक जीते हैं. हम उन्हें भी दरकिनार नहीं कर सकते. पवार ने कहा, हम सभी दलों को भरोसे में लेंगे.
सरकार गठन पर एनसीपी की तरफ से भी कोई सकारात्मक बयान नहीं आया है जिससे शिवसेना की स्थित साफ हो सके. ऐसे में महाराष्ट्र में फिलहाल सरकार बनती नहीं दिख रही है.