बीजेपी और शिवसेना आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बराबर (135-135) सीटों पर चुनाव लड़ेंगी. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने यह जानकारी दी.. राज्य में इस साल सितंबर-अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस शीर्ष पद के लिए लोगों, बीजेपी और शिवसेना की स्वभाविक पसंद हैं.
पाटिल ने कहा कि दोनों दल 288 सदस्यीय विधानसभा में 135-135 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और 18 सीटें अन्य सहयोगी दलों के लिए छोड़ेंगे. अमित शाह और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि दोनों दल विधानसभा चुनाव साथ मिल कर लड़ेंगे. हमारी पार्टी इससे पीछे नहीं हटेगी. हमारे 122 विधायक हैं और 8 निर्दलीय विधायक भी बीजेपी का समर्थन कर रहे हैं. इस तरह हमें सिर्फ 5 सीटें अतिरिक्त मिलेंगी.
पाटिल ने कहा कि शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में संपादकीय लिख कर सार्वजनिक तौर पर आलोचना नहीं की जाए, बल्कि वे इसे आंतरिक रूप से जाहिर करें. गौरतलब है कि हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन ने राज्य की 48 सीटों में 41 पर जीत का परचम लहराया है. हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि शिवसेना एक बार फिर भारी उद्योग मंत्रालय पाकर खुश नहीं है और वह बीजेपी से आगामी विधानसभा चुनाव में दूरी बना सकती है, लेकिन पाटिल ने इन खबरों से अलग साफ कर दिया कि बीजेपी और शिवसेना आगामी विधानसभा चुनाव में भी एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ेंगे.
केंद्र में सहयोगी शिवसेना
मोदी सरकार में महाराष्ट्र से 8 मंत्री बनाए गए हैं, जिनमें से 4 को कैबिनेट और 4 को राज्य मंत्री बनाया गया है. बीजेपी कोटे से नितिन गडकरी, प्रकाश जावेड़कर और पीयूष गोयल को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. जबकि शिवसेना के कोटे से अरविंद सावंत को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. बीजेपी कोटे से राव साहब दानवे, धोत्रे संजय शामराव और वी मुरलीधरन राज्यमंत्री बने हैं. जबकि बीजेपी की सहयोगी दल आरपीआई से रामदास अठावले राज्यमंत्री बने हैं.
हालांकि मोदी सरकार की पिछली कैबिनेट में भी महाराष्ट्र से 8 मंत्री बनाए गए थे. बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने इस बार लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया है. महाराष्ट्र में बीजेपी 23 और शिवसेना 18 सीटें जीती हैं.