मुंबई महानगरपालिका (BMC) के ज्वाइंट म्युनिसिपल कमिश्नर रमेश पवार बुधवार (3 फरवरी) को एजुकेशन बजट पेश कर रहे थे. लेकिन इस दौरान उन्होंने गलती से सैनिटाइजर को पानी समझकर पी लिया. हालांकि, जैसे उन्हें गलती का अहसास हुआ बिना देरी किए पवार ने तुरंत पानी से अपना मुंह धो लिया. गनीमत यह रही कि इस घटना के दौरान किसी भी प्रकार की कोई अनहोनी नहीं हुई.
दरअसल, BMC के ज्वाइंट म्युनिसिपल कमिश्नर रमेश पवार रमेश आज सिविक बॉडी के एजुकेशन बजट को पेश कर रहे थे. इसी दौरान जब उन्हें प्यास लगी तो उन्होंने पास में रखी बोतल को उठाया और पानी समझकर पीने लगे. लेकिन अगले ही पल उन्हें अहसास हुआ कि जिसे वो पानी समझकर पी रहे हैं वो सैनिटाइजर है.
इस दौरान पीछे खड़े लोग फौरन उन्हें रोकने कि कोशिश करते हैं, लेकिन तब तक सैनिटाइजर का घूंट रमेश पवार पी चुके होते हैं. वो बैठक से उठकर बाहर जाते हैं और कुछ देर बाद मुंह धोकर वापस आ जाते हैं. जानकारी के मुताबिक, फिलहाल रमेश पवार पूरी तरह से ठीक हैं.
#WATCH: BMC Joint Municipal Commissioner Ramesh Pawar accidentally drinks from a bottle of hand sanitiser, instead of a bottle of water, during the presentation of Budget in Mumbai. pic.twitter.com/MuUfpu8wGT
— ANI (@ANI) February 3, 2021
इस घटना के दौरान बैठक कुछ समय के लिए बाधित होती है. सैनिटाइजर पीने की घटना के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने कहा कि बैठक के दौरान टेबल पर दो बोतलें रखी थीं. एक में सैनिटाइजर था, जबकि दूसरी में पानी. देखने में दोनों बोतलें एक जैसी लग रही थी. इसीलिए धोखे से पानी की जगह दूसरी बोतल उठा ली गई. बताया जा रहा है कि इस बजट को एडिशनल कमिश्नर द्वारा पेश किया जाना था, लेकिन उनकी गैर मौजूदगी में रमेश पवार यह बजट पढ़ने का काम कर रहे थे.
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गौरतलब है कि कुछ दिन पहले महाराष्ट्र के यवतमाल में पोलियो की दवा पिलाने के दौरान आंगनबाड़ी वर्कर्स ने 12 बच्चों को सैनिटाइजर पिला दिया था. इस घटना के तुरंत बाद महाराष्ट्र सरकार ने आंगनबाड़ी वर्कर्स पर कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया. जबकि संबंधित डॉक्टर से जवाब मांगा गया था.