मुंबई की म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन अब सरकारी अस्पताल में पैदा होने वाली हर बच्ची को एक-एक लाख रुपये देगी. सुकन्या योजना कार्यक्रम के तहत बीएमसी ने ऐसा प्रावधान किया है. यह योजना एक अप्रैल से लागू होगी.
योजना के अनुसार, बीएमसी बच्ची को जन्म के समय 15 हजार रुपये देगी, जो बच्ची के नाम से जमा करा दिए जाएंगे. जब वह बच्ची 18 साल की हो जाएगी तो उसकी शिक्षा के लिए बच्ची को 1 लाख रुपये मिलेंगे. इस योजना का लाभ तभी मिलेगा, यदि लड़की की 18 साल की उम्र तक शादी नहीं की गई होगी.
बीएमसी ने इसी महीने अपना बजट में इस योजना को पेश किया. लंबी चर्चा और तमाम तहर की चीजों को देखते हुए इस योजना को पास कर दिया गया है.
बीएमसी की स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन राहुल शवेले ने बताया कि इस यह योजना लिंगानुपात में सुधार के लिए लागू की गई है. ताजा जनगणना पर यदि ध्यान दिया जाए तो पता चलता है कि लिंगानुपात में काफी फर्क आ रहा है. पिछले साल 90 हजार 798 लड़कों ने जन्म लिया तो लड़कियों की संख्या 84 हजार 410 रही.
मुंबई में पैदा होने वाले कुल बच्चों में से 40 से 45 प्रतिशत बच्चे सरकारी अस्पतालों में जन्म लेते हैं. इस तरह कार्यक्रम पर आने वाली सालाना 300 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा.